नई दिल्ली। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज ओबीसी नेता सिद्धरमैया एक बार फिर राज्य की कमान संभाल सकते हैं। कांग्रेस के जानकार सूत्रों के मुताबिक पार्टी के नए चुने गए ज्यादातर विधायकों का समर्थन उनके साथ है। इसलिए पार्टी आलाकमान उनको कर्नाटक का मुख्यमंत्री बना सकता है। मुख्यमंत्री पद के दूसरे दावेदार डीके शिवकुमार उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना से वे नाराज हैं और उन्होंने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है।
डीके शिवकुमार ने मीडिया से कहा है- मैं बच्चा नहीं हूं। मेरी अपनी सोच है। अपना विजन है। मेरी ईमानदारी है। मैं बगावत नहीं करता। ब्लैकमेल नहीं करता। सिद्धरमैया को मेरी शुभकामनाएं। उनके पास पर्याप्त संख्या बल है। उन्होंने आगे कहा- मुझे दिल्ली बुलाया गया था। कुछ काम थे, जिन्हें पूरा करना है। मैंने अपनी बात रखी है। लेकिन आलाकमान ने मुझे कुछ और जिम्मेदारियां दी हैं। पहले उन्हें पूरा करना है। बाकी सब भगवान देखेंगे। दिल्ली दौरा होने पर उन्होंने कहा- मेरे पेट में कुछ इंफेक्शन है। बर्निंग हो रही है। इसलिए दौरा कैंसिल कर दिया।
गौरतलब है कि 13 मई को आए नतीजों के अगले दिन 14 मई को बेंगलुरू में कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी की ओर से नियुक्त तीन पर्यवेक्षक मौजूद थे। सभी विधायकों ने आम सहमति से प्रस्ताव पास करके कांग्रेस अध्यक्ष को मुख्यमंत्री नियुक्त करने का अधिकार दिया। हालांकि पर्यवेक्षकों ने विधायकों की राय ली और बताया जा रहा है कि गुप्त बैलेट से वोटिंग भी कराई गई। बहरहाल, यह भी कहा जा रहा है कि वोक्कालिगा, लिंगायत और वाल्मिकी समुदाय से तीन उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं।
बताया जा रहा है कि शिवकुमार को मनाने के लिए उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाए रखा जा सकता है। उनको उप मुख्यमंत्री बनाने के साथ साथ कांग्रेस आलाकमान 2024 के लोकसभा चुनाव तक उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाए रख सकता है। कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार सहित दोनों गुटों से जुड़े कुछ विधायकों को दिल्ली बुलाया है ताकि सबकी सहमति से मुख्यमंत्री का नाम तय किया जा सके। हालांकि देर शाम शिवकुमार ने दिल्ली जाना कैंसिल कर दिया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान लोकसभा चुनाव तक किसी तरह का विवाद नहीं चाहता है। लेकिन सिद्धरमैया का नाम तय होने की चर्चा के बीच शिवकुमार नाराज बताए जा रहे हैं।