देहरादून | Kedarnath Ropeway: देवभूमि उत्तराखंड में स्थित भगवान भोलेनाथ का धाम केदारनाथ लाखों श्रद्धालुओं का आस्था केन्द्र है। यहां हर वर्ष लाखों की संख्या में भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचते हैं। ऐसे में अब यहां आने वाले भक्तों को एक बड़ी राहत मिलने जा रही है। यहां केदारनाथ धाम से सोनप्रयाग तक रोपवे को मंजूरी दे दी गई है। रोपवे से यहां आने वाले भक्तों की राह अब और आसान हो जाएगी।
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Kedarnath Ropeway: इस रोपवे के बनने से सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी। इस यात्रा के लिए अभी श्रद्धालुओं को पैदल या टट्टू से चलने पर लगभग 8 से 12 घंटे का समय लगता है। लेकिन रोपवे के निर्माण होने के बाद ये सफर केवल एक घंटे का ही रह जाएगा। इसके अलावा केदारनाथ फुट ट्रैक और हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजना को भी मंजूरी दे दी गई है।
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ये सब होगा खास – Kedarnath Ropeway:
– रोपवे के जरिए सोनप्रयाग से केदारनाथ की दूरी 13 किमी रह जाएगी।
– रोपवे समुद्र तल से 11,500 फीट यानि 3500 मीटर की ऊंचाई पर बनाया जाएगा।
– यह रोपवे दुनिया के सबसे ऊंचे रोपवे में से एक होगा।
– रोपवे को बनाने में 1200 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
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जानकारी में सामने आया है कि, केदारनाथ रोपवे परियोजना के लिए करीब 26 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस परियोजना का निर्माण कार्य केंद्र सरकार की परिवारमा परियोजना के तहत किया जाएगा। माना जा रहा है कि, प्रधानमंत्री मोदी इस बार दिवाली पर केदारनाथ की यात्रा कर सकते हैं। जिसके चलते यहां कई तरह के कार्यों को पूरा किया जा रहा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि, पीएम मोदी अपनी यात्रा के दौरान इस रोपवे प्रोजेक्ट की घोषणा कर सकते हैं। हाल ही में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी केदारनाथ पहुंच कर भोले बाबा के दर्शन किये थे और यहां चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया था।
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