नई दिल्ली। Kedarnath Dham Reopened: हिमालय की वादियों में स्थित बाबा केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट आज सोमवार सुबह पांच बजे विधि विधान के साथ खुल गए हैं. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन (COVID Guidelines in India) के अनुसार, तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज और हककूधारियों को ही मंदिर में जाने की अनुमति रही. चारों और बर्फील पहाड़ों से घिरे ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान बाबा केदारनाथ के मंदिर ( Kedarnath Temple ) को 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. मंदिर में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हुई. बाबा केदारनाथ की पूजा-अर्चना सुबह 3 बजे से शुरू हो गयी थी. लेकिन कोविड-19 के चलते मंदिर में सीमित लोग ही मौजूद रहे.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ( Tirath Singh Rawat ) ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट आज सोमवार को प्रातः 5 बजे विधि-विधान से पूजा-अर्चना और अनुष्ठान के बाद खोल दिए गए हैं. मेष लग्न के शुभ संयोग पर मंदिर का कपाटोद्घाटन किया गया. मैं बाबा केदारनाथ से सभी को निरोगी रखने की प्रार्थना करता हूं.
कोरोना संक्रमण के कारण इस बार चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई है. हालांकि सरकार ने कहा है कि आम यात्रियों को चारधाम यात्रा के लिए छूट देने पर भविष्य में विचार किया जा सकता है. फिलहाल किसी को भी अनुमति नहीं है.
राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार…
– कोरोना की वजह से केदारनाथ मंदिर में अभी भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.
– मंदिर परिसर में न तो प्रसाद बांटने की इजाजत होगी और न ही टीका लगाने की.
– गर्भगृह तक सिर्फ मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों को ही जाने की अनुमति रहेगी.
– उसमें भी मूर्ति, घंटी या धार्मिक ग्रंथों को छूने की इजाजत नहीं मिलेगी.
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राज्य सरकार की एसओपी के अनुसार, चारों धाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में केवल रावल, पुजारीगण और मंदिरों से जुड़े स्थानीय हक हकूकधारी, पंडा पुरोहित, कर्मचारी व अधिकारी ही जाएंगे. साथ ही सभी की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट होना जरूरी है.