मुंबई। शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा दावा किया है। आदित्य ठाकरे ने कहा है कि जेल जाने से बचने के लिए शिंदे भाजपा के साथ गए हैं। उनका दावा है कि शिंदे न खुद ठाकरे परिवार के निवास मातोश्री में आकर कहा था कि उनके ऊपर बहुत दबाव है और अगर वे भाजपा के साथ नहीं जाते हैं तो जेल जाना पड़ेगा। आदित्य ठाकरे के इस दावे के बाद उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने भी इस बात का समर्थन किया।
आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने से पहले, एकनाथ शिंदे उनके आवास पर आए थे और रोते हुए कहा था कि अगर वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं हुए तो उन्हें कोई केंद्रीय एजेंसी गिरफ्तार कर लेगी। हालांकि, शिंदे के नेतृत्व वाले शिव सेना ने इसका खंडन किया है। उनकी पार्टी के विधायक संतोष बांगड़ ने आदित्य ठाकरे के दावे का खंडन करते हुए कहा कि भाजपा की ओर से कोई खतरा नहीं था। ठाकरे परिवार के खिलाफ विद्रोह का कारण पार्टी का एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन था।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने बुधवार को विशाखापत्तनम में एक विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि 40 विधायकों ने अपनी सीट और पैसों के लिए शिव सेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह किया था। उन्होंने एकनाथ शिंदे को लेकर दावा किया- मौजूदा मुख्यमंत्री हमारे घर आए और रोने लगे क्योंकि एक केंद्रीय एजेंसी उन्हें गिरफ्तार करने वाली थी और उन्होंने कहा था कि मुझे भाजपा में शामिल होना होगा अन्यथा वे मुझे गिरफ्तार कर लेंगे।
शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने बाद में कहा कि आदित्य ठाकरे के दावे सही हैं। राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि शिंदे मुंबई के भांडुप इलाके में उनके घर भी आए थे और इसी तरह की बात की थी और कहा था कि वे जेल नहीं जाना चाहते हैं। राउत ने कहा कि उन्होंने शिंदे से कहा था कि भयभीत नहीं हों और उन्हें अन्याय के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।