
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बार फिर बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम से महात्मा गांधी की प्रिय धुन को हटा दिया है। इस बार 29 जनवरी को होने वाले इस कार्यक्रम में महात्मा गांधी की प्रिय धुन ‘अबाइड विद मी’ सुनाई नहीं देगी। बीटिंग रिट्रीट के लिए 26 धुनों की लिस्ट बनाई गई है, जिसमें ‘अबाइड विद मी’ शामिल नहीं है। इसे हर साल महात्मा गांधी की पुण्यतिथि से एक दिन पहले 29 जनवरी को होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह के आखिर में बजाया जाता था।
गणतंत्र दिवस की परेड शुरू होने के पहले साल यानी 1950 से लगातार इस धुन को बीटिंग रिट्रीट में बजाया जाता रहा है। 2020 में पहली बार इसे समारोह से हटा दिया गया था। इस पर काफी विवाद होने के बाद साल 2021 में इसे फिर से समारोह में शामिल कर लिया गया। अब एक बार फिर इस धुन को बीटिंग रिट्रीट से हटाया गया है। भारतीय सेना की ओर से शनिवार को पूरे कार्यक्रम का ब्रोशर जारी किया गया। इसमें इस धुन का जिक्र नहीं है।
Read also मुंबई में भीषण आग, छह की मौत
ध्यान रहे यह धुन भी प्रथम विश्व युद्ध से जुड़ा है। एक दिन पहले ही भारत सरकार ने प्रथम विश्व युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों की याद में बने इंडिया गेट से अमर जवान ज्योति को हटा कर राष्ट्रीय समर स्मारक में मिला दिया है। बहरहाल, दुनिया भर में मशहूर ‘अबाइड विद मी’ भजन को स्कॉटिश कवि हेनरी फ्रांसिस लाइट ने 1847 में लिखा था। यह गाना पहली बार प्रथम विश्वयुद्ध में बेल्जियम से फरार हुए ब्रिटिश सैनिकों की मदद करने वाली ब्रिटिश नर्स इडिथ कैवेल ने जर्मन सैनिकों के हाथों मरने से पहले गाया था। भारत में इस धुन को प्रसिद्धि तब मिली, जब महात्मा गांधी ने इसे कई जगह बजवाया।