
कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष चुन ली गई हैं। बुधवार को हुई पार्टी की बैठक में ममता बनर्जी को निर्विरोध पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है। ममता ने कांग्रेस से अलग होकर 1998 में तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था और पहली बार 2011 में पश्चिम बंगाल में साढ़े तीन दशक से सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी को हरा कर अपनी सरकार बनाई थी। पिछले साल उनकी कमान में पार्टी ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की। Mamata Banerjee Trinamool President
बहरहाल, बुधवार को तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने ममता बनर्जी के फिर अध्यक्ष चुने जाने की जानकारी दी। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पांच साल के बाद बुधवार को पार्टी के संगठनात्मक चुनाव कराए, जिसमें ममता को अध्यक्ष चुना गया। ममता के पक्ष में 48 समर्थकों ने नामांकन जमा किया। जबकि अध्यक्ष पद के लिए कोई भी दूसरा उम्मीदवार नहीं खड़ा हुआ।
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गौरतलब है कि 1997 में पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष सोमेंद्र नाथ मित्रा के साथ राजनीतिक मतभेद के कारण ममता बनर्जी ने कांग्रेस छोड़ दी थी और 1998 में मुकुल रॉय के साथ अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की थी। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ सीधी टक्कर में राज्य की 294 सीटों में से 213 सीटें जीत कर तृणमूल कांग्रेस लगातार तीसरी बार राज्य में सत्तारूढ़ हुई है।