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मायावती ने काटी मुख्तार की टिकट

ByNI Desk,
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मायावती ने काटी मुख्तार की टिकट
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का फैसला शुरू कर दिया है। उन्होंने अपना इरादा साफ करते हुए कहा है कि वे बाहुबलियों और अपराधी छवि के लोगों को टिकट नहीं देंगी। इसकी शुरुआत उन्होंने मुख्तार अंसारी से की है। मायावती ने मऊ विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी को टिकट नहीं देने का फैसला किया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों मुख्तार अंसारी के भाई शिबगतुल्ला अंसारी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। मुख्तार अंसारी की टिकट कटने में इसका भी हाथ माना जा रहा है। (mayawati mukhtar ansari ticket) बहरहाल, टिकट काटने की खबर आने के बाद ऑल इंडिया एमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्‍तार को टिकट देने का प्रस्ताव दिया है। गौरतलब है कि मुख्‍तार अंसारी और उनके करीबियों के खिलाफ यूपी में सरकार ने सख्त कार्रवाई की है और उनकी काफी संपत्ति जब्त की है। मुख्तार की टिकट काटने की घोषणा खुद मायावती ने की। Read also बाइडेन और शी में सात महीने बाद बात मायावती ने ट्विट किया- बीएसपी का आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली या माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मंडल की मऊ विधानसभा सीट से अब मुख्तार अंसारी का नहीं, बल्कि यूपी के बीएसपी स्टेट अध्यक्ष भीम राजभर के नाम को फाइनल किया गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में एक सौ विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही ऑल इंडिया मजलिस ए इत्‍तेहादुल मुसलमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उन्‍हें फौरन टिकट ऑफर कर दिया। ओवैसी की पार्टी के प्रवक्‍ता असीम वकार ने कहा- मायावती ने अपने मुख्‍तार साहिब को टिकट नहीं दिया और ऑल इंडिया एमआईएम की तरफ से मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर मुख्‍तार साहब चुनाव लड़ना चाहते हैं तो पार्टी के दरवाजे उनके लिए खुले हैं। वैसे, मुख्तार की टिकट कटने का फैसला हैरान करने वाला है। क्‍योंकि मुख्‍तार को 2017 में पार्टी का टिकट देते वक्‍त बीएसपी प्रमुख ने खुद था कि उनके ऊपर मुकदमे सियासी रंजिश में किए गए हैं। जनवरी 2017 में मायावती ने कहा था- अल्‍पसंख्‍यक समाज के मुख्‍तार अंसारी का खुद का अपना परिवार है, जिनके बढ़ते हुए प्रभाव से दुखी होकर व द्वेष की भावना से इनके विरोधियों ने जबरन इन पर अनेकों आपराधिक मामले दर्ज कराके, इनकी राजनीति, समाज और जनता में इमेज खराब करने की कोशिश की है।
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