लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की बात का रविवार को जवाब दिया। राहुल पर तीखा हमला करते हुए मायावती ने कहा कि उनसे अपना घर नहीं संभलता है और वे दूसरी पार्टियों को नसीहत देते हैं। बसपा प्रमुख ने राहुल पर यह भी आरोप लगाया कि वे बहुजन समाज पार्टी का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की और एक दिन पहले दिए राहुल के बयान को खारिज करते हुए कहा कि इस बयान से कांग्रेस की बसपा के प्रति नफरत साफ नजर आ रही है।
गौरतलब है कि राहुल ने शनिवार को कहा था कि उन्होंने मायावती को उत्तर प्रदेश में साथ मिलकर चुनाव लड़ने और उनको सीएम बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने इस बारे में बात ही नहीं की। मायावती ने सीएम का प्रस्ताव देने वाले राहुल को बयान को गलत बताया। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी ने बसपा का अपमान करते हुए स्वर्गीय कांशीराम जी को सीआईए एजेंट बताया था। अब उन्हीं की तरह उनका बेटा राहुल गांधी भी बसपा पर बीजेपी के साथ मिले होने का आरोप लगाकर अपमानित कर रहा है।
मायावती ने कहा- 2017 में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़े थे। फिर भी बीजेपी आ गई। राहुल गांधी को इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा- राहुल पहले अपने बिखरते हुए घर को संभालें। कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। लोग कांग्रेस छोड़-छोड़कर जा रहे हैं। कांग्रेस ने दलितों के लिए कभी कुछ नहीं किया। मायावती ने कहा कि राहुल के बयान में उनकी सोच और नकारात्मक मानसिकता साफ-साफ दिख रही है। यह बसपा को बदनाम करने की कोशिश है।
मायावती ने कहा- 2007 में यूपी में बसपा की सरकार बनी थी। 2010 में अयोध्या का फैसला आने वाला था। केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन मांगने के बावजूद हमें फोर्स नहीं दी गई थी। इससे पहले शनिवार को राहुल ने कहा था कि कांग्रेस ने उनको साथ लड़ने और सीएम बनने का प्रस्ताव दिया था लेकिन केंद्रीय एजेंसियों के डर से उन्होंने इससे मना कर दिया। राहुल ने ये भी कहा था कि मायावती को दलितों की कोई फिक्र नहीं है। वे दलितों की आवाज नहीं उठाती हैं।