नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों के साथ बैठक की है और उन्हों जरूरी सावधानी बरतने को कहा है। दुनिया भर में इस नए वैरिएंट के बढ़ते केसेज के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक समीक्षा बैठक की और उन्हें संक्रमण के मामलों की जल्दी से जल्दी पहचान और प्रबंधन के लिए जांच बढ़ाने की सलाह दी।
केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को सुझाव दिया गया है कि अंतराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखें और जोखिम वाले देशों से आने वाले हर यात्री का एयरपोर्ट पर आरटी पीसीआर टेस्ट हो। यह भी कहा गया है कि हवाईअड्डे पर मिलने वाले हर संक्रमित व्यक्ति का सैंपल अनिवार्य रूप से जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाए। साथ ही उनकी कांटैक्ट ट्रेसिंग की जाए और संक्रमित यात्रियों की 14 दिन तक निगरानी की जाए।
केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जिलों में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने को भी कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि राजेश भूषण ने राज्यों से जोर देकर कहा है कि वायरस का नया वैरिएंट ऐसा नहीं है कि आरटी पीसीआर और रैपिड एंटीजेन जांच से पकड़ में नहीं आए। उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पर्याप्त बुनियादी ढांचा और निगरानी वाले मरीजों के आइसोलेशन की व्यवस्था करने को कहा।
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने देश में लागू कोरोना गाइडलाइंस को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। दुनिया के दूसरे देशों में तेजी से फैलते कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए यह फैसला किया गया है। गृह मंत्रालय के आदेश में राज्य सरकारों को 25 नवंबर को जारी की गई एडवाइजरी का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। अपनी एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने राज्यों से स्क्रीनिंग और टेस्टिंग में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। साथ ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आ रहे सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य करने और उन्हें ट्रैक करने को कहा था।
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ओमिक्रॉन पर संसद में आज होगी चर्चा
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर संसद में बुधवार को चर्चा होगी। नियम 193 के तहत होने वाली शॉर्ट ड्यूरेशन चर्चा के दौरान इस नए वैरिएंट के खतरे और कोरोना प्रबंधन के लिए किए जा रहे उपायों पर चर्चा होगी। गौरतलब है कि सारी दुनिया में इस समय नए वैरिएंट की वजह से हड़कंप मचा है और भारत ने भी तैयारी तेज कर दी है। इससे पहले भारत सरकार ने मंगलवार को बताया कि देश में इस वैरिएंट का एक भी केस अभी तक नहीं मिला है। हालांकि कई जानकार इस बात को लेकर आशंकित हैं और बता रहा है कि भारत में अब भी अतंरराष्ट्रीय उड़ानें जारी हैं इसलिए संभव है कि कोई न कोई केस आ गया हो।
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बहरहाल, केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को संसद में बताया गया कि देश में अब तक ओमिक्रॉन का एक भी मामला नहीं आया है। राज्यसभा में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा- देश में अब तक ओमिक्रोन का एक भी केस नहीं मिला है। आगे इसका कोई मामला नहीं आए, इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने जोर देकर कहा कि कोविड कंट्रोल में है, लेकिन यह पूरी तरह गया नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि देश में वैक्सीन की अब तक 124 करोड़ डोज अब तक लग चुकी है।
संसद में ओमिक्रॉन पर आज चर्चा
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