
श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और अन्य बंदियों को तुरंत रिहा किये जाने की मांग दोहराते हुए कहा कि तब तक ऐसे लोगों द्वारा रची गई कहानियों पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए जिन्हें पता ही नहीं है कि क्या हो रहा है अन्यथा मुफ्ती तथा उनके परिवार की मुश्किलें और बढ़ जायेंगी।
अब्दुल्ला कुछ समाचार रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिनमें दावा किया जा रहा है कि मुफ्ती को रिहा किया जायेगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “सुश्री मुफ्ती और अन्य बंदियों काे तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
तब तक ऐसे लोगों द्वारा रची गई कहानियों पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए जिन्हें पता ही नहीं है कि क्या हो रहा है। इससे उनके तथा उनके परिवार की मुश्किलें और बढ़ जायेंगी। मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने अब्दुल्ला के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यह आपका बड़प्पन है।
अटकलें किसी की मदद नहीं करती हैं। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, मुफ्ती अपनी दृढ़ता के कारण पहले से ही ऐसी निगरानी में हैं कि मुझे लगता है कि वह घर में छिपी हुई हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि परिवारों के लिए यह बहुत मुश्किल है कि उनके प्रियजन नजरबंद हों और वे योजनाबद्ध तरीके से फैयी जा रही उनकी रिहाई संबंंधी खबरों के कारण मिल रहे बधाई संदेशों से निपटे।
गौरतलब है कि अब्दुल्ला को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत उनकी नजरबंदी के निरस्त होने के लगभग आठ महीने बाद मंगलवार को रिहा किया गया। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उन पर लगा पीएसए वापस ले लिया जिसके बाद उन्हें रिहाई मिल सकी।