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कई क्षेत्रों में हड़ताल का असर

ByNI Desk,
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कई क्षेत्रों में हड़ताल का असर
नई दिल्ली। मजदूर संगठनों के दो दिन के भारत बंद का असर कई क्षेत्रों में देखने को मिला। मंगलवार को भारत के बंद के दूसरे दिन बैंकिंग, खनन और परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं। बैंककर्मियों के इस हड़ताल में शामिल होने से बैंकिंग सेवाएं खासतौर से प्रभावित हुईं। दो दिन की हड़ताल शुरू होने से पहले दो दिन सप्ताहांत की छुट्टी थी और अगले दो दिन सालाना क्लोजिंग की वजह से बैंकिंग सेवा प्रभावित होगी। बिजलीकर्मी भी हड़ताल में शामिल हैं लेकिन उससे बिजली आपूर्ति पर ज्यादा असर नहीं हुआ है। कई राज्यों में परिवहन सेवाएं भी प्रभावित हुईं। केरल, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में कई सार्वजनिक सेवाओं पर असर हुआ। खनन और बिजली व इस्पात उत्पादन से जुड़ी कंपनियों में कामकाज काफी प्रभावित हुआ। सरकारी कंपनियों- सेल, आरआईएनएल और एनएमडीसी के करीब 35 हजार कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने से लगातार दूसरे मंगलवार को भी इनके संयंत्रों में उत्पादन प्रभावित हुआ। Read also चुनाव सुधारों का लाभ भाजपा को! दो दिन की हड़ताल से एनएमडीसी को दो सौ करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। एनएमडीसी के संयुक्त खदान मजदूर संघ के सचिव राजेश संधू ने कहा कि गैर कार्यकारी स्तर के सभी कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने के लिए काम का बहिष्कार किया है। सार्वजनिक क्षेत्र की इस खनन कंपनी की मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना स्थित खदानों व कार्यालयों में काम करने वाले 10 हजार से अधिक कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हुए। इसी तरह राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड यानी आरआईएनएल के कुल 11 हजार कर्मचारियों में से करीब आठ हजार कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हुए। भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड यानी सेल के भी छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल स्थित संयंत्रों में काम करने वाले करीब 15 हजार कर्मचारी हड़ताल पर रहे। इससे कामकाज लगभग पूरी तरह से ठप्प रहा। केंद्रीय मजदूर संगठनों ने सरकार की निजीकरण की नीतियों और श्रम कानूनों के खिलाफ हड़ताल का ऐलान किया था।
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