वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा को हरी झंडी दिखाई। शुक्रवार को उन्होंने गंगा विलास क्रूज को 32 सौ किलोमीटर की यात्रा पर रवाना किया। इस लक्जरी क्रूज की यात्रा वाराणसी से शुरू हुई, जो असम में डिब्रूगढ़ तक जाएगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चुनाव क्षेत्र वाराणसी को गंगा किनारे एक पांच सितारा टेंट सिटी का तोहफा भी दिया। उन्होंने इसका वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा- गंगा हमारे लिए सिर्फ एक जलधारा नहीं है। यह भारत की तपस्या की साक्षी है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि गंगा किनारे विकास के बजाय वह पिछड़ते चले गए। इसी वजह से गंगा किनारे के लाखों लोगों का पलायन हुआ। इसलिए हमने नमामि गंगे शुरू की। गंगा विलास क्रूज को रवाना करते हुए उन्होंने कहा- इस क्रूज में सवार विदेशी टूरिस्ट साथियों से कहूंगा कि भारत के पास सब कुछ है। इंडिया को शब्दों में डिफाइन नहीं किया जा सकता है। इंडिया को अनुभव किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा- नदी जल मार्ग अब भारत का नया सामर्थ्य बनेगा। गंगा पर बन रहा राष्ट्रीय जलमार्ग पूरे देश के लिए एक मॉडल की तरह विकसित हो रहा है। ये राष्ट्रीय जलमार्ग ट्रांसपोर्ट, ट्रेड और टूरिज्म के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है। मोदी ने कहा- 2014 से पहले देश में वॉटर वे का थोड़ा-बहुत ही उपयोग था। यह हाल तब था जबकि भारत में वॉटर वे का पुरातन इतिहास था। 2014 के बाद हमने देश की बड़ी नदियों में जलमार्ग के विकास के लिए कानून बनाए।
मोदी ने कहा- 2014 में पांच राष्ट्रीय जलमार्ग देश में थे। आज 24 राज्यों में 111 जलमार्गों को विकसित करने पर काम हो रहा है। बहरहाल, गंगा विलास क्रूज की यात्रा 51 दिन है, जिसमें 32 सौ किलोमीटर की दूर तय की जाएगी। इसका किराया 19 लाख रुपए है। एक लक्जरी सुइट का किराया 38 लाख रुपए है। अपनी यात्रा में यह क्रूज 51 दिन में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और बांग्लादेश तक जाएगा।