शिलांग। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की कोशिश और भारतीय सैनिकों के साथ झड़प के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर के दौरे पर पहुंचे। वे रविवार को पहले मेघालय पहुंचे और उसके बाद त्रिपुरा गए। मेघालय में प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों के साथ पूर्वोत्तर परिषद यानी एनईसी की बैठक में हिस्सा लिया। गौरतलब है कि एनईसी के गठन के 50 साल पूरे हुए हैं। सो, यह स्वर्ण जयंती कार्यक्रम था, जिसमें प्रधानमंत्री शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने बाद में एक जनसभा को संबोधित किया। हालांकि उन्होंने तवांग की घटना या चीनी घुसपैठ के बारे में कुछ नहीं कहा। उन्होंने पूर्वोत्तर में अपनी सरकार द्वारा विकास का बड़ा दावा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने पूर्वोत्तर भारत में पिछड़ेपन, भ्रष्टाचार, अशांति और राजनीतिक पक्षपात जैसी सभी बाधाओं को 'रेड कार्ड' दे दिया है। एक फुटबॉल मैदान में दर्शकों को संबोधित करते हुए मोदी ने खेल से जुड़ी शब्दावली का खुल कर इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा- फुटबॉल में जब कोई खेल की भावना के खिलाफ खेलता है, तो उसे रेड कार्ड दिया जाता है और उसे बाहर भेज दिया जाता है। इसी तरह पूर्वोत्तर में पिछले आठ सालों में हमने अविकसितता, भ्रष्टाचार, राजनीतिक पक्षपात और अशांति जैसी बाधाओं को रेड कार्ड दिया है।
उन्होंने कहा- यह एक संयोग है कि जब आज फुटबॉल विश्व कप का फाइनल हो रहा है तो मैं यहां शिलांग में फुटबॉल प्रशंसकों के बीच एक फुटबॉल मैदान में रैली कर रहा हूं। वहां एक फुटबॉल प्रतियोगिता चल रही है और यहां एक विकास प्रतियोगिता। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल अपनी वेटिकन यात्रा का भी जिक्र किया और कहा- पिछले साल, मैं वेटिकन सिटी गया और पोप से मिला। मैंने उन्हें भारत में आमंत्रित किया और उस बैठक का मुझ पर बहुत प्रभाव पड़ा।
सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरू पोप से अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा- हमने चर्चा की कि मानव जाति के लिए मानवता की एकता कितनी महत्वपूर्ण है। हम शांति और विकास की राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं, इससे आदिवासी समुदाय को बहुत लाभ हो रहा है। गौरतलब है कि मेघालय में बड़ी आदिवासी आबादी है और भाजपा की पूर्व सहयोगी एनपीपी के प्रमुख कोनरेड संगमा राज्य के मुख्यमंत्री हैं। अगले साल राज्य में चुनाव होने वाला है और भाजपा अकेले चुनाव लड़ेगी।
बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले एनईसी के स्वर्ण जयंती समारोह में शिरकत की और शिलांग में एक सार्वजनिक समारोह में कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। अमित शाह और आठ पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों ने भी एनईसी के स्वर्ण जयंती समारोह में हिस्सा लिया। एनईसी 1972 में आठ पूर्वोत्तर राज्यों की विकासात्मक परियोजनाओं की योजना बनाने और उन पर अमल के लिए गठित एक क्षेत्रीय योजना निकाय है। शिलांग में आयोजित सार्वजनिक समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने 2,450 करोड़ रुपए से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
पूर्वोत्तर में पीएम का बड़ा दावा
और पढ़ें
-
आलिया भट्ट ने होप गाला इवेंट किया होस्ट
मुंबई। एक्ट्रेस आलिया भट्ट (Alia Bhatt) ने लंदन में चल रहे चैरिटी इवेंट होप गाला को होस्ट किया। उन्होंने इस...
-
अमेरिकी सेना ने कहा, हौथी के चार ड्रोनों को मार गिराया
सना। अमेरिकी सेना (US Military) ने यमन में हौथी समूह द्वारा लॉन्च किए गए चार ड्रोनों (Drone) को मार गिराया...
-
तापसी पन्नू ने पैंट-कोट के साथ फ्यूजन स्टाइल में पहनी साड़ी
मुंबई। मशहूर एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) को साड़ी पहनना काफी पसंद है। इस कड़ी में एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर...
-
भूपेश बघेल ने कांग्रेस को प्राइवेट लिमिटेड बना दिया है: सुरेंद्र दाऊ
राजनांदगांव। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र दाऊ (Surendra Dau) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को फिर...