नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की वापसी के बाद देश के कई राज्यों में हो रही बारिश से भारी तबाही हुई है। उत्तर प्रदेश में लगातार तीन दिन की बारिश की वजह से फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है। बारिश के बीच बिजली गिरने उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति की मौत हो गई। राजस्थान में आकाशीय बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हुई है। देश के करीब 15 राज्यों में रविवार को कम से भारी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने एक बयान जारी करके कहा कि मॉनसून के बाद बारिश का कारण एक पश्चिमी विक्षोभ माना जा रहा है। यह निचले स्तर पर पुरवाई हवाओं के साथ मध्य और ऊपरी वायुमंडल में कम हवा के दबाव के कारण बनता है। मौसम विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, पुरवाई हवाएं नमी के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं, जो बारिश का कारण बनती हैं। यह गुजरात और पूर्वी राजस्थान में अरब सागर से, उत्तराखंड तक दिल्ली क्षेत्र को पार करते हुए अपने पैर पसारती हैं।
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि राजधानी दिल्ली सहित कई राज्यों में हो रही बारिश मॉनसून की बारिश नहीं है। दिल्ली में मॉनसून सामान्य 653.6 मिलीमीटर के मुकाबले 516.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज कराने के बाद राजधानी से 29 सितंबर को लौट गया था। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार की सुबह तक 24 घंटे में 74 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह 2007 के बाद से इस अवधि की दूसरी सर्वाधिक बारिश है।
मौसम विभाग ने बताया कि नौ अक्टूबर को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा में भारी बारिश का अंदेशा जताया था। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और गुजरात में भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है। हालांकि राजधानी दिल्ली के बारे में कहा गया है कि सोमवार से बारिश थम जाएगी।