नई दिल्ली। मौसम विभाग ने कहा है कि इस साल में देश में मॉनसून के पहुंचने में देरी होगी। हालांकि पहले ही पांच दिन की देरी हो चुकी है। लेकिन कहा जा रहा है कि तीन से चार दिन की देरी और हो सकती है। मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में अरब सागर के दक्षिण पूर्व में एक साइक्लोनिक सरकुलेशन यानी चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके असर की वजह से केरल के तट पर बादल घट गए हैं। तभी मॉनसून के केरल पहुंचने में इस साल थोड़ी देरी होगी।
इससे पहले मई के आखिरी हफ्ते में मौसम विभाग ने चार दिन की देरी के साथ चार जून तक मॉनसून के केरल पहुंचने की संभावना जताई थी। बहरहाल, सोमवार को मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है। बादल छाए हुए हैं। जल्दी ही तेज चक्रवाती हवाएं केरल तट की ओर मॉनसून को आगे बढ़ा सकती हैं। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में स्थितियों में सुधार होने से केरल में मॉनसून दस्तक दे सकता है।
गौरतलब है कि आमतौर पर मॉनसून एक जून के आसपास केरल तट से टकराता है। 26 मई को मौसम विभाग ने कहा था कि इस साल मॉनसून चार जून तक केरल तट पर पहुंच सकता है। लेकिन साइक्लोनिक सरकुलेशन की वजह से अब मॉनसून के इस साल देरी से पहुंचने की उम्मीद है। कई मौसम वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की है कि अरब सागर में साइक्लोनिक सरकुलेशन की वजह से मॉनसून का फ्लो डिस्टर्ब हुआ है और अभी तुरंत इससके आगे बढ़ने की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है।