मुनुगोडे। तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मुनुगोडे उपचुनाव के लिए रविवार को एक चुनावी रैली की, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला किया और दावा किया कि उनकी पार्टी के 20 विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई थी। उन्होंने कहा कि उनके चार विधायकों को एक-एक सौ करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया था। वे अपने साथ उन चार विधायकों को लेकर पहुंचे थे, जिन्होंने इसका खुलासा किया था और जिनकी शिकायत पर तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं।
पिछले हफ्ते तेलंगाना के एक फॉर्महाउस में इन विधायकों को पैसे का प्रस्ताव दिया गया था और वही पर तीन लोग गिरफ्तार हुए थे, जिन्हें अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस घटना की तरफ इशारा करते केसीआर ने भाजपा पर निशाना साधा और साथ ही उन विधायकों की तारीफ की, जिन्होंने एक सौ करोड़ रुपए के ऑफर को ठुकरा दिया। दूसरी ओर भाजपा का आरोप है कि इस पूरे घटनाक्रम की साजिश मुख्यमंत्री कार्यालय में रची गई और इससे भाजपा का कुछ लेना देना नहीं है।
बहरहाल, केसीआर ने मुनुगोडे में एक रैली में कहा- मेरे साथ हैदराबाद से चार विधायक मुनुगोड़े आए हुए हैं। ये मेरे वह चार विधायक हैं, जिन्होंने करोड़ों के ऑफर को ठुकरा दिया। केसीआर ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सवाल किया। उन्होंने कहा- मैं पीएम मोदी से पूछता हूं, आखिर यह क्रूरता क्यों? आपको और कितनी ज्यादा ताकत चाहिए? केसीआर ने कहा- आप दो बार चुने जा चुके हैं। इसके बाद भी आप सरकारें क्यों गिरा रहे हैं?
के चंद्रशेखर राव ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा- उन्होंने हर विधायक को एक सौ करोड़ रुपए में खरीदने के लिए दलाल भेजे हैं। वे 20-30 विधायकों को खरीदना चाहते थे और केसीआर की सरकार गिराना चाहते थे तथा तेलंगाना पर चढ़ाई करना चाहते थे ताकि वे अपनी इच्छा के अनुसार निजीकरण को लागू कर सकें। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को इस मुद्दे पर चुप नहीं रहना चाहिए। उन्हें वोट डालने से पहले इस बारे में जरूर सोचना चाहिए। गौरतलब है कि मुनुगोडे में तीन नवंबर को उपचुनाव होना है।