बेंगलुरू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण हटाने के नाम पर वोट मांगा। उन्होंने कहा कि भाजपा तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करती है। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने चार फीसदी जो मुस्लिम आरक्षण दिया था उसे भाजपा ने समाप्त कर दिया है। हालांकि अभी यह मामला अदालत में है और अदालत ने इस पर प्रश्नचिन्ह लगाया है, जिसके बाद राज्य सरकार को इसे समाप्त करने के फैसले पर रोक लगा दी थी।
बहरहाल, अमित शाह तीन दिन के दौरे पर रविवार रात बेंगलुरु पहुंचे थे। सोमवार को वे सबसे पहले मैसूरु गए और श्री चामुंडेश्वरी देवी मंदिर में पूजा की। इसके बाद वे चामराजनगर पहुंचे, जहां उन्होंने रोड शो किया और मीडिया से बातचीत में कहा- कांग्रेस आज भी तुष्टिकरण की राजनीति करती है। कांग्रेस सरकार ने जो चार फीसदी मुस्लिम रिजर्वेशन किया था, भाजपा ने उसे खत्म कर दिया। भाजपा ने लिंगायत ओबीसी, एससी और एसटी को बचाने का काम किया है।
इससे पहले अमित शाह ने रविवार को तेलंगाना में भी मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठाया था और कहा था कि राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी तो वह मुस्लिम आरक्षण खत्म करेगी। उन्होंने राज्य की के चंद्रशेखर राव सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया था और कहा था कि भारत राष्ट्र समिति का चुनाव चिन्ह कार है, लेकिन उसकी स्टीयरिंग मजलिस के पास है। उनका इशारा एमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी की ओर था।
बहरहाल, कर्नाटक में चुनाव प्रचार के क्रम में अमित शाह सोमवार को दोपहर तीन बजे सकलेशपुर पहुंचे, वहां भी उन्होंने एक रोड शो किया। कर्नाटक की भाजपा सरकार को 40 फीसदी कमीशन वाला बताने पर शाह ने राहुल के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा- लोग इस तरह के निराधार आरोपों पर कैसे विश्वास करेंगे? न कोई केस न कोई जांच। उनके पास कोई ठोस सबूत है तो उन्हें कोर्ट जाना चाहिए।