
नई दिल्ली। अमेरिकी संसद के निचले सदन यानी हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंनी पेलोसी अपना दौरा खत्म करके ताइवान से लौट गई हैं। चीन की आपत्तियों और धमकियों के बावजूद वे मंगलवार को ताइपेई पहुंची थीं और रात में वहां रूकीं। बुधवार को उन्होंने ताइवान की संसद को संबोधित किया और राष्ट्रपति से मुलाकात की। पेलोसी ने ताइवान को भरोसा दिलाया कि अमेरिका हर हाल में उसके साथ है। दूसरी ओर चीन ने एक बार फिर अपनी धमकी दोहराते हुए कहा कि वह सैन्य कार्रवाई करेगा।
गौरतलब है कि नैंसी पेलोसी इस समय एशिया की यात्रा पर हैं। सिंगापुर और मलेशिया के बाद वे ताइवान पहुंचीं थीं और वहां से दक्षिण कोरिया गई हैं। अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पेलोसी दो अगस्त को ताइपेई पहुंची थीं। बुधवार को उन्होंने ताइवान की संसद को संबोधित किया। नैंसी ने राष्ट्रपति साई इंग वेन से भी मुलाकात की। इस दौरान पेलोसी ने कहा- सुरक्षा के मुद्दे पर अमेरिका ताइवान का साथ देगा। हम हर पल उनके साथ है। हमें ताइवान की दोस्ती पर गर्व है।
नैंसी पेलोसी ने कहा कि अमेरिका ने 43 साल पहले ताइवान के साथ खड़े रहने का जो वादा किया था, वो उस पर आज भी अडिग है। उनके ताइवान पहुंचने से नाराज चीन ने कहा- कुछ अमेरिकी नेता चीन-अमेरिका के रिश्ते बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जो भी चीन के खिलाफ जाएगा, उसे इसकी सजा मिलेगी। चीन ने ताइवान के चारों ओर सैन्य अभ्यास करने की बात कही है। इसे लेकर जापान ने चिंता जाहिर की है। इतना ही नहीं पेलोसी की यात्रा से नाराज चीन ने ताइवान के लिए आर्थिक परेशानियां खड़ी करना शुरू कर दिया है। उसने कई चीजों की आपूर्ति रोकने का ऐलान किया है, जिससे ताइवान को परेशानी हो सकती है।