गया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में भूजल के गिरते स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए आज कहा कि भूजल के स्तर में गिरावट कुदरत की ओर से बड़े संकट की चेतावनी है।
कुमार ने जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में गया शहर के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 958.33 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के बाद आयोजित जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन का परिणाम सभी को भुगतना पड़ रहा है। कुदरत लगातार चेतावनी दे रही है। यदि अब भी जागरूक नहीं हुए तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जल-जीवन-हरियाली के लिए जागरुकता लाने की कोशिश कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में मानसून की शुरुआत 15 जून को हुआ करती थी। अब उसका कोई ठिकाना नहीं है। पहले बिहार का औसत वर्षापात 1200 से1500 मिलीमीटर था। पिछले 13 वर्षों में यह घटकर 970 मिलीमीटर हो गया है। पिछले वर्ष 980 प्रखंड सूखे से प्रभावित थे। पहले भूजल स्तर में थोड़ी गिरावट होती थी। लेकिन अब यह बढ़ता जा रहा है।