नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने परिवार प्रणाली को भारतीय सभ्यता का आधार करार देते हुए शनिवार को कहा कि समाज में बुजुर्गों के प्रति सोच में बदलाव लाने की जरुरत है जिससे पारिवारिक संबंधों को मजबूती मिलेगी। नायडु ने यहां उप राष्ट्रपति भवन में एक पुस्तक के लोकार्पण समारोह में कहा कि परिवार प्रणाली की सुदृढ़ करना इस वक्त की सबसे बड़ी जरुरत है।
पारिवारिक मूल्य भारतीय सभ्यता के आधार स्तभं है जिनकी रक्षा की जानी चाहिए। इसके लिए बच्चों को स्कूली जीवन से बुजुर्गों का सम्मान करना सिखाया जाना चाहिए। समाज को बुजुर्गों की देखभाल को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।
यह पुस्तक ‘हेल्थ एंड वेलबीइंग इन लेट लाइफ: प्रस्पेक्टिव एंड नेरेटिव्स फ्राम इंडिया’ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नयी दिल्ली के डा. प्रसून चटर्जी ने लिखी है। वह वृद्धावस्था से संबंधित बीमारियों के विशेषज्ञ हैं। नायडु ने पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित होने की आलोचना करते हुए कहा कि समाज को प्राचीन परिवार प्रणाली की ओर लौटना हाेगा। बच्चों को पारिवारिक मूल्यों, संस्कृति और परंपराओं का सम्मान सिखाना होगा।