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इंदौर में मिला नया वैरिएंट, तीसरे दिन भी चार सौ कोरोना मौतें

ByNI Desk,
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इंदौर में मिला नया वैरिएंट, तीसरे दिन भी चार सौ कोरोना मौतें
इंदौर। देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या कम होने के बीच इंदौर में वायरस का नया वैरिएंट मिलने की खबर है। भारत में दूसरी लहर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट का ही सब वैरिएंट है, जिसका नाम एवाई.4 है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल यानी एनसीडीसी की लैब में सात मरीजों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग में यह वैरिएंट सामने आया है। इस वैरिएंट को लेकर फिलहाल दुनिया भर में रिसर्च चल रही है। इंदौर में जिन सात लोगों में यह वैरिएंट मिला है उनमें से दो सेना के अधिकारी हैं, जो मऊ कैंट में तैनात हैं। New variant found Indore कई विशेषज्ञों ने इस वैरिएंट के बारे में बताया है कि यह पिछले वैरिएंट से ज्यादा तेजी से फैल सकता है। इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। बहराहल, इंदौर में 21 सितंबर को कुछ सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। एनसीडीसी की लैब ने हाल में इनकी रिपोर्ट दी है, जिनमें सात लोगों में एवाई.4 वैरिएंट मिला है। डेल्टा के इस नए वैरिएंट की जानकारी देश में सबसे पहले अप्रैल में महाराष्ट्र में मिली थी। अब इंदौर में इससे संक्रमित मरीज मिले हैं। बताया जा रहा है कि इंदौर में सितंबर में अचानक संक्रमण के केसेज में अगस्त के मुकाबले 64 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई थी। वह इसी वैरिएंट की वजह से हुई थी। इस वैरिएंट के बारे में बताया जा रहा है कि यह न तो डेल्टा है और न डेल्टा प्लस, बल्कि डेल्टा का सब वैरिएंट है। इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि यह वैरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं है। इसके बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं है। यह कितनी तेजी से फैलता है और इस पर वैक्सीन कितनी असरदार है, यह भी पता नहीं है। इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की बात कही जा रही है। बहरहाल, मध्य प्रदेश के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने कहा है कि जिन सात लोगों में यह वैरिएंट मिला है वो सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। फिलहाल घबराने जैसी स्थिति नहीं है। हालांकि एक दूसरे जानकार डॉ. रवि डोसी के मुताबिक, एवाई.4 अधिक संक्रामक वायरस है। इसकी संक्रमण दर ज्यादा होती है। ऐसे में लोगों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसी भी नए वैरिएंट की जानकारी उसके चलन में आने के एक महीने बाद मिलती है। जानकारों का कहना है कि संक्रमितों के ज्यादा से ज्यादा सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग जरूरी है तभी इसके बारे में पता चलेगा और इसे रोका जा सकेगा। केरल में पहले हुई मौतों का आंकड़ा जोड़े जाने की वजह से लगातार तीन दिन से मौतों की संख्या बढ़ रही है देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या में कमी आई है लेकिन मौतों की संख्या लगातार तीसरे दिन ऊंची रही है। रविवार को लगतारा तीसरे दिन संक्रमण से मरने वालों की संख्या चार सौ से ऊपर रही। शुक्रवार से मौतों की संख्या बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ। शुक्रवार को साढ़े छह सौ से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और शनिवार को भी आंकड़ा साढ़े पांच सौ से ऊपर रहा था। रविवार को साढ़े चार सौ के करीब लोगों की संक्रमण से मौत हुई, जबकि गुरुवार से पहले हर दिन होने वाली मौतों की संख्या औसतन दो सौ से आसपास होती थी। केरल में पहले हुई मौतों का आंकड़ा जोड़े जाने की वजह से लगातार तीन दिन से मौतों की संख्या बढ़ रही है। रविवार को केरल में 363 लोगों की मौत का आंकड़ा दर्ज किया गया, जिससे देश भर में मरने वालों की संख्या 427 हो गई। इस तरह केरल के अलावा पूरे देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या एक सौ से भी कम है।
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