नई दिल्ली। भाजपा के सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल (Pushpendra Singh Chandel) ने लोकसभा में सोमवार को केंद्र सरकार से बुंदेलखंड (Bundelkhand) को अलग प्रांत बनाने की मांग की। चंदेल ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि बुंदेलखंड एक अलग तरह का क्षेत्र है जहां सरकार को जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ वहां रोजगार, पर्यटन आदि पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने मांग की कि बुंलेदखंड के विकास (development) के लिए इसे अलग राज्य बनाया जाना चाहिए।
उत्तराखंड से भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत ने जोशीमठ में भूमि धंसने और घरों में दरार पड़ने की घटनाओं की पृष्ठभूमि में केंद्र से मांग की कि पहाड़ी क्षेत्रों में निर्माण कार्यों के दूरगामी परिणाम को देखते हुए एक मास्टरप्लान बनाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जोशीमठ की घटनाओं के बाद मीडिया आदि के माध्यम से ऐसा माहौल बना, मानो यह क्षेत्र खत्म हो गया, जबकि ऐसा नहीं है।
रावत ने कहा कि जोशीमठ में स्थिति सामान्य की ओर लौट रही है और शासन-प्रशासन की तरफ से प्रभावितों के कल्याण के लिए एवं पुनर्वास के कार्य चल रहे हैं। उन्होंने कहा, लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। जोशीमठ को लेकर जैसा माहौन बना, वैसी भयावह स्थिति नहीं है। यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं कि कल से बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं और लोगों में डर की भावना न हो। (भाषा)