नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने फाइलेरिया रोग से निपटने के उद्देश्य से राष्ट्रव्यापी सर्वजन दवा सेवन (Mass Drug Administration) (एमडीए MDA) अभियान शुरू किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
इस अभियान के तहत लोगों के घर-घर जाकर उन्हें फाइलेरिया रोधी दवा (anti-filarial medicine) दी जाएगी। यह अभियान विशेष रूप से 10 प्रभावित राज्यों में चलाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, ओडिशा, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में फाइलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित जिलों ने संयुक्त रूप से यह अभियान शुरू किया।
वैश्विक लक्ष्य से तीन साल पहले 2027 तक फाइलेरिया को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से समर्थन मिलने के एक महीने बाद यह अभियान शुरू किया गया।
भारत ने लसीका फाइलेरिया (lymphatic filariasis) (एलएफ) को खत्म करने के प्रयासों को तेज कर दिया है, जो कि मच्छर-जनित बीमारी है। इसके कारण मरीज शारीरिक रूप से अक्षम भी हो सकता है। भारत सरकार ने एलएफ के उन्मूलन के लिए पहले से ही नए सिरे से पांच-स्तरीय रणनीति शुरू की है। इस अभियान की शुरुआत करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने कहा कि एलएफ से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई की जरूरत है। (भाषा)