चंडीगढ़। पंजाब सतर्कता ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने राज्य के पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा (Sunder Sham Arora) को उनके एक अधिकारी को 50 लाख रुपये की रिश्वत (bribery) देने की पेशकश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपने खिलाफ दर्ज मामले का निपटारा करवाने के लिए अरोड़ा ने अधिकारी को रिश्वत की पेशकश की थी। अरोड़ा पिछली कांग्रेस सरकार में उद्योग मंत्री थे। वह आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के मामले में और उनके कार्यकाल के दौरान कथित अनियमितताओं के मामले में जांच के दायरे में हैं।
पंजाब सतर्कता ब्यूरो के मुख्य निदेशक वरिंदर कुमार ने पत्रकारों को बताया कि अरोड़ा को इन मामलों में ‘‘मदद’’ करने के लिए एक सतर्कता अधिकारी को कथित तौर पर 50 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कुमार ने बताया कि अरोड़ा ने कथित तौर पर जांच की निगरानी कर रहे सहायक महानिरीक्षक मनमोहन शर्मा से 14 अक्टूबर को संपर्क किया और मामलों से उनका नाम हटवाने के लिए उनसे मदद मांगी। पूर्व मंत्री ने एक करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी।
मुख्य निदेशक ने बताया कि उन्होंने पहले 50 लाख रुपये और बाकी राशि बाद में देने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने बताया कि शर्मा के अपने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी देने के बाद जाल बिछाकर अरोड़ा को गिरफ्तार किया गया। अरोड़ा को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह 50 लाख रुपये से भरा एक बैग देने की कोशिश कर रहे थे। कांग्रेस छोड़ने के बाद इस साल जून में अरोड़ा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। (भाषा)