जयपुर। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भ्रष्टाचार (corruption) में लिप्त लोगों के चेहरे समाज और कानून के सामने आने चाहिए। राय ने यह टिप्पणी राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Rajasthan Anti-Corruption Bureau) के इस हालिया फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए की कि अदालत (court) द्वारा दोषी (convicted) ठहराये जाने तक रिश्वतखोरी (bribery cases) के मामलों के आरोपियों के नाम और फोटो का खुलासा नहीं किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति ‘बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति’ होनी चाहिए। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के अवसर पर संवाददाताओं द्वारा इस बारे में पूछे जाने पर कहा, अगर सजा सुनिश्चित करने या जांच में मदद के लिए छिपाना आवश्यक है, तो यह एक अलग मामला है, लेकिन अंततः किसी तरह का पर्दा नहीं होना चाहिए। भ्रष्टाचारियों के चेहरे समाज और कानून के सामने आने चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर केंद्र की नीति ‘बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने’ की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण देश को बहुत नुकसान हुआ है और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था चाहते हैं। एसीबी के कार्यवाहक महानिदेशक की ओर से बुधवार को एक आदेश जारी किया गया जिसके अनुसार अब भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी/संदिग्ध का नाम, फोटो या वीडियो जारी नहीं किया जाएगा। इस तरह की कार्रवाई में सिर्फ यह बताया जाएगा कि किस विभाग में कार्रवाई की गई वह अधिकारी कर्मचारी किस पद पर है। मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने इस आदेश की मंशा पर सवाल उठाया है। (भाषा)