जयपुर। सचिन पायलट (Sachin Pilot) की पांच दिवसीय जन संघर्ष यात्रा (Jan Sangharsh Yatra) के सोमवार को अंतिम चरण में प्रवेश करने के साथ ही यहां के एक प्रमुख स्कूल ने ट्रैफिक संकट के डर से दिन की छुट्टी की घोषणा की और होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी। अब यह परीक्षा 16 मई को होगी। पायलट की यात्रा अजमेर रोड पर समाप्त होगी, जहां डीपीएस स्कूल स्थित है।
राजनीतिक हलकों के लोग यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि क्या वह अपनी रैली के अंत में कोई बड़ी घोषणा करते हैं। इस यात्रा में हजारों की संख्या में यात्री अजमेर से सफर कर सोमवार को जयपुर पहुंचेंगे। इसके बाद अजमेर रोड पर एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया जा रहा है। इस मुलाकात पर सभी की निगाहें टिकी हैं कि कितनी भीड़ जुटती है, क्योंकि उम्मीद की जा रही है कि पायलट कुछ अहम बयान दे सकते हैं। सचिन पायलट समर्थक मंत्री और विधायक भी शक्ति प्रदर्शन में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे।
सचिन पायलट ने 11 मई को अजमेर शहर स्थित राजस्थान लोक सेवा आयोग के कार्यालय के सामने पदयात्रा की शुरुआत की थी। 125 किलोमीटर पैदल यात्रा करने के बाद वे सोमवार को अपने समर्थकों के साथ जयपुर पहुंचेंगे। पायलट ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ और युवाओं के हित में यह पदयात्रा निकाल रहे हैं।
सचिन पायलट को अपने सफर के दौरान युवाओं का भरपूर सहयोग मिला है। उन्होंने अपनी यात्रा को भ्रष्टाचार के खिलाफ और युवाओं के लिए बताया। पिछली वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में निष्क्रियता के लिए पायलट ने इससे पहले अपनी ही सरकार के खिलाफ जयपुर में एक दिन का उपवास किया था।
यहां यह बताना जरूरी है कि कांग्रेस (Congress) की सरकार बनने के बाद से ही सीएम अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot) और सचिन पायलट के बीच मतभेद बढ़ गए हैं, 2020 के विद्रोह के बाद से चीजें हल नहीं हुई हैं, जब पायलट और उनके समर्थकों ने नेतृत्व में बदलाव की मांग की थी। (आईएएनएस)