ऋषिकेश। गढ़वाल हिमालय की उंची पहाड़ियों खासतौर पर केदारनाथ (kedarnath) में पिछले कुछ दिनों से मौसम खराब रहने तथा बर्फवारी होने के कारण वहां के लिए श्रद्धालुओं (devotees) के पंजीकरण (registration) का काम रविवार को रोक दिया गया।
केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार 25 अप्रैल को खुल रहे हैं। गढ़वाल मंडल के अपर आयुक्त (प्रशासन) एवं चारधाम यात्रा (chardham yatra) प्रशासन संगठन के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र सिंह कविरियाल ने कहा कि खराब मौसम एवं भारी बर्फबारी को देखते हुए केदारनाथ धाम के लिए ऋषिकेश एवं हरिद्वार में श्रद्धालुओं का पंजीकरण 23 अपैल को केवल एक दिन के लिए रोका गया है।
उन्होंने बताया कि सरकार केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण को लेकर आने वाले दिनों में खराब मौसम एवं बर्फबारी की सतत समीक्षा करेगी और उसी के हिसाब से आगे यात्रियों तथा यात्रा के हित में समुचित निर्णय करेगी।
गढ़वाल हिमालय की उंची पहाड़ियों विशेषरूप से केदारनाथ धाम में लगातार बारिश और बर्फवारी का सिलसिला चल रहा है जिसके कारण वहाँ न केवल तापमान काफी नीचे आ गया है बल्कि पैदल रास्तों पर बार-बार जमने वाली बर्फ को साफ करने में दिक्कतें आ रही हैं। ऐसी परिस्थितियों मे केदारनाथ धाम की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए काफी जोखिम भरी हो सकती है।
हांलांकि, अन्य धामों–बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए श्रद्धालुओं के पंजीकरण का काम चल रहा है। बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शनिवार को अक्षय तृतीया के पर्व पर खोले जा चुके हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सभी धामों में दर्शनार्थियों की दैनिक सीमा तय किए जाने के निर्णय को वापस ले लिया था लेकिन उन्होंने साफ किया था कि चारधाम आने वाले सभी श्रद्धालुओं का पंजीकरण जरूरी है। चारधाम यात्रा के लिए अभी तक देश विदेश से 16 लाख से अधिक लोग अपने पंजीकरण करवा चुके हैं। (भाषा)