राजकोट। गुजरात के मोरबी में पुल गिरने की घटना को लेकर पुल की मरम्मत करने वाली कंपनी ओरेवा के दो अधिकारियों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हादसे में 134 लोगों की जान गई है। इस सिलसिले में नौ लोगों की गिरफ्तारी की सूचना राजकोट रेंज के आईजी अशोक कुमार यादव ने दी है। उन्होंने मीडिया को बताया है कि सभी आरोपियों की कोविड जांच के बाद गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि ओरेवा के निचले स्तर के कर्मचारी हैं।
जानकार सूत्रों का कहना है कि कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी पुल हादसे के बाद से लापता हैं। गौरतलब है कि हादसे के बाद ओरेवा कंपनी को कई खामियों के लिए दोषी ठहराया जा रहा है। उसे फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं मिला था, इसके बावजूद उसने समय से पहले पुल को फिर से खोल दिया था। यह भी कहा जा रहा है कि उसने पुल की क्षमता से ज्यादा लोगों को टिकट देकर पुल पर जाने दिया था, जिससे यह हादसा हुआ। यह भी तथ्य है कि यह कंपनी पुल या बुनियादी ढांचे के निर्माण से नहीं जुड़ी है, बल्कि इलेक्ट्रोनिक सामान बनाती है।
इस बीच गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने मोरबी में संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। सरकार ने यह भी कहा है कि इस घटना में जो भी दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा। घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि पुल पर क्षमता से कई गुना ज्यादा लोग मौजूद थे। यह भी कहा जा रहा है कि रखरखाव करने वाली कंपनी ने ज्यादा पैसे में टिकट काट कर क्षमता से ज्यादा लोगों को पुल पर जाने दिया।