
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस की अगुवाई में 10 साल चली यूपीए सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देवास मल्टीमीडिया को राष्ट्रीय सुरक्षा में इस्तेमाल होने वाला एस-बैंड स्पेक्ट्रम देकर धोखाधड़ी की। उन्होंने देवास-एंट्रिक्स सौदे को बेहद गलत सौदा बताया। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार अब करदाताओं के पैसे बचाने के लिए हर अदालत में लड़ रही है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को देवास मल्टीमीडिया के लिक्विडेशन को इस आधार पर बरकरार रखा कि इसे धोखाधड़ी के इरादे से अंजाम दिया गया था। गौरतलब है कि देवास के शेयरधारकों ने 1.29 अरब डॉलर की वसूली के लिए विदेशों में भारतीय संपत्तियों को जब्त करने के प्रयास तेज कर दिया है। देवास को इस धनराशि की भरपाई का आदेश अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता ट्रिब्यूनलों ने दिया था। देवास को पेरिस में भारतीय संपत्तियों को जब्त करने के लिए फ्रांस की अदालत ने आदेश दिया है और कंपनी कनाडा में एयर इंडिया की संपत्ति को जब्त करने की मांग भी कर रही है।
सीतारमण ने देवास-एंट्रिक्स के बीच 2005 में हुई सौदे पर कहा कि यह भारतीय जनता के साथ और देश के साथ धोखाधड़ी थी। उन्होंने कहा कि एस-बैंड स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल सिर्फ रक्षा उद्देश्यों के लिए किया जाता है, और उसे थोड़े से धन के बदले दे दिया गया। वित्त मंत्री ने कहा कि देवास ने उन बातों को पूरा करने का वादा किया, जिन पर उसका अधिकार भी नहीं था।
गौरतलब है कि देवास मल्टीमीडिया ने 2005 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स के साथ एक समझौते पर दस्तखत किए थे, जिसके तहत एस-बैंड उपग्रह स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल करके मोबाइल यूजर्स को मल्टीमीडिया सेवाएं दी जानी थीं। यह सौदा 2011 में इस आधार पर रद्द कर दिया गया कि ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम की नीलामी धोखाधड़ी में हुई थी।