नई दिल्ली। शराब घोटाले में जेल में बंद दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत पर मंगलवार को फैसला नहीं हो सका। अब बुधवार और गुरुवार को इस पर सुनवाई होगी। इससे पहले मंगलवार को सिसोदिया ने अदालत से जमानत देने की अपील की। उनके वकील ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि मनीष सिसोदिया की पत्नी बीमार हैं और उनकी देखभाल के लिए कोई नहीं है क्योंकि उनका बेटा भी विदेश में है। ऐसे में मानवीय आधार पर मनीष सिसोदिया को जमानत दे दी जाए।
हालांकि सीबीआई ने सिसोदिया की जमानत का विरोध किया। इसके बाद मनीष सिसोदिया की ईडी और सीबीआई के अलग अलग मामलों में जमानत की सुनवाई टल गई। अब सीबीआई वाले केस में 24 मार्च और ईडी के केस में 25 मार्च को सुनवाई होगी। अदालत ने इस मामले में ईडी को भी नोटिस जारी किया है। इस बीच सिसोदिया के वकील ने जमानत के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की है।
बहरहाल, मंगलवार की सुनवाई में सीबीआई जमानत के अनुरोध का विरोध किया। सीबीआई ने जमानत देने का विरोध करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकरा में इतने बड़े पद पर हैं कि वे ना सिर्फ सबूतों को छिपा सकते हैं, बल्कि उन्हें नष्ट भी कर सकते हैं। इस पर सिसोदिया के वकील ने कहा कि मनीष जांच एजेंसियों के साथ शुरू से ही सहयोग कर रहे हैं और अगर उन्हें जमानत मिली तो वो आगे भी ऐसे ही सहयोग करेंगे।