गोरखपुर से अयोध्या के रास्ते से लखनऊ जा रहे श्री यादव का शुक्रवार को हनुमान किला मंदिर में पत्रकारों से कहा कि रामजन्मभूमि के लिये बनाये जाने वाले ट्रस्ट मेें संतों को न शामिल करना ही संतों का अपमान है। उन्होंने कहा कि अयोध्या के संतों ने ही राम मंदिर निर्माण के लिये मांग की थी।
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उन्हें ही उपेक्षा करना संतों का बहुत बड़ा अपमान करना है। उन्होंने कहा कि 2022 में राज्य की सभी सीटों पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि यदि मेरी पार्टी सरकार नहीं बना पाती है तो भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को हटाने के लिये समाजवादी पार्टी उनकी प्राथमिकता में होगी। यादव ने देश में चल रहे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी का विरोध करते हुये कहा कि देश की अखण्डता और एकता को तोड़ऩे वाला यह कानून है।
हम इसका विरोध करते हैं और यह भी कहते हैं कि ऐसा कानून नहीं बनना चाहिये। उन्होंने कहा कि यह देश की अखण्डता के खिलाफ है। उन्होंने उनकी पार्टी आतंकवाद के खिलाफ हैं। समय आने पर इसका भी खुलासा होगा कि पुलमावा हमला क्यों हुआ। कौन इसके लिये जिम्मेदार हैं। देश की जनता अब भाजपा को पूरी तरह समझ चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। समय आने पर जनता उन्हें इसका करारा जवाब देगी। यादव ने कहा कि 2022 का चुनाव हम लड़ेंगे और जहां हमें सम्मान मिलेगा उस पार्टी से तालमेल करेंगे चाहे वह समाजवादी पार्टी ही क्यों न हो। भाजपा को हराने के लिये हम किसी से भी गठबंधन कर सकते हैं। इस अवसर पर महंत विनोद दास, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अनिल सिंह राना, राजेश यादव, रमेश यादव आदि लोग थे।