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भारत पहुंचा ओमिक्रॉन वैरिएंट

ByNI Desk,
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भारत पहुंचा ओमिक्रॉन वैरिएंट
नई दिल्ली। जिस बात की आशंका पिछले कई दिन से जताई जा रही थी वह गुरुवार को सच हो गई। दुनिया भर में भय और चिंता का कारण बना कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भारत पहुंच गया है। ओमिक्रॉन से संक्रमित दो मरीज कर्नाटक में मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की और साथ ही देश के लोगों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार ने लोगों से मास्क लगाने और कोरोना से बचने के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा। नए वैरिएंट के मामले मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से बात करेंगे। बहरहाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार दोपहर को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि ओमिक्रॉन के दो मामले कर्नाटक में मिले हैं। इन दोनों मरीजों के संपर्क में आए छह अन्य लोग भी संक्रमित हो गए हैं लेकिन अभी यह पता नहीं चला है कि उनको ओमिक्रॉन का ही संक्रमण या डेल्टा का। बहरहाल, बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित दो मरीजों में 66 साल का एक विदेशी नागरिक है, जो पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका गया था, जबकि दूसरा बेंगलुरु के बोमनहल्ली का रहने वाला 46 साल का स्वास्थ्यकर्मी है। दोनों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उनका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इनके संपर्क में आने वाले छह अन्य लोगों के सैंपल भी पॉजिटिव पाए जाने पर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। दो मामलों की पुष्टि होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई से बात की है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बूस्टर डोज देने को लेकर बात कही। बाद में मुख्यमंत्री ने कहा है कि बूस्टर डोज को लेकर वे अपने प्रशासन से बात करेंगे। इस बीच दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल और इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमएर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने प्रेस कांफ्रेंस की। भार्गव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की बनाई 37 लैब में संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है। उन्होंने कहा- हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जागरूकता बेहद जरूरी है। सरकार ने कहा कि लोगों को घबराना नहीं चाहिए साथ ही यह भी बताया कि भारत में मिले दोनों मरीजों में अब तक कोई गंभीर लक्षण सामने नहीं आए हैं। दुनिया भर में भी ऐसे मरीजों हल्के लक्षण ही दिखाई दे रहे हैं। हालांकि यह भी बताया गया कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के तेजी से फैलने की आशंका है। यह डेल्टा से पांच गुना तक ज्यादा संक्रामक हो सकता है। चूंकि इसके मरीजों में ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे हैं और केसेज भी नहीं आए हैं इसलिए सरकार ने कहा कि अभी लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है।
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