प्रतापगढ़ | Rajasthan News: वाह रे राजस्थान के सरकारी तंत्र.. परिवार पर तोड़ दिया दुखों का पहाड़! अभी तक एम्बुलेंस को जीवन रक्षक माना जाता था लेकिन राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एम्बुलेंस मरीज के जीवन भक्षक बन गई। सीरियस हालत में मरीज को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में एम्बुलेंस में ही पेट्रोल खत्म हो गया जिसके चलते मरीज की सांसें भी थम गई।
प्रतापगढ़ से ये दिल को दहला देने वाला मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग समेत मंत्री महकमे में भी हड़कंप मच गया।
ये भी पढ़़ें:- दिल्ली पुलिस से बदसलूकी कांग्रेस के पूर्व विधायक को भारी, किए गए गिरफ्तार
परिवारजन लाए एम्बुलेंस के लिए पेट्रोल, फिर भी.. रास्ते में पेट्रोल खत्म होने के बाद खड़ी एम्बुलेंस के लिए मरीज के परिजन बाइक की मदद से पेट्रोल लेकर पहुंचे तो भी एम्बुलेंस चालू नहीं हुई। जिसके बाद मरीज के परिजनों ने एम्बुलेंस को चालू करने के लिए करीब एक किमी तक धक्का भी लगाया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ तो परिजनों ने एम्बुलेंस चालक दूसरी एम्बुलेंस मंगाने को कहा तब जाकर 40 मिनट के बाद दूसरी एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। ये भी पढ़ें:- ’तिहाड़ जेल’ में आफताब…. श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी को 13 दिन की न्यायिक हिरासत अस्पताल पहंुचे तब तक हो चुकी थी बहुत देर Rajasthan News: अब दूसरी एम्बुलेंस मरीज को अस्पताल लेकर पहुंची तो अस्पताल में डॉक्टरों ने मरीज को मृत घोषित कर दिया। ये पूरा मामला दो दिन पहले गुरुवार का है जो प्रतापगढ़ जिले के सेलिया इलाके के सूरजपुरा के रहने वाले 40 साल के तेजपाल गणावा के साथ हुआ। उनकी अचानक तबीयत खराब होने के बाद जब एम्बुलेंस से उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था तब लापरवाही का ये नया कारनामा सामने आया। ये भी पढ़ें:- भारत को अंतरिक्ष में एक और बड़ी सफलता, एक साथ 9 सैटेलाइट लॉन्चअगर एंबुलेंस में पेट्रोल खत्म हो गया और मरीज़ की मृत्यु हो गई है तो यह व्यवस्था की असफलता नहीं है बल्कि प्रबंधन की असफलता है। जो भी व्यक्ति इसके ख़िलाफ ज़िम्मेदार हैं उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी: राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास pic.twitter.com/CCbrcAB4m9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2022