Pegasus BSF ED RAW नई दिल्ली। इजराइल के सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए हुई कथित जासूसी के मामले में कुछ और नए नाम सामने आए हैं। पेगासस प्रोजेक्ट रिपोर्ट का खुलासा करने वाली वेबसाइट ‘द वायर’ ने बताया है कि सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ, प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ के अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय के कुछ अधिकारियों के फोन की जासूसी किए जाने की संभावना है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक केके शर्मा, ईडी के वरिष्ठ और चर्चित अधिकारी राजेश्वर सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुख्य सलाहकार रहे वीके जैन की भी जासूसी किए जाने की संभावना है। इसके अलावा रॉ के एक रिटायर अधिकारी, प्रधानमंत्री कार्यालय के एक जूनियर अधिकारी और दो पूर्व सैन्य अधिकारियों की भी जासूसी होने की आशंका है। इनके फोन नंबर भारत के उन एक हजार नंबरों की सूची में शामिल है, जिनकी पेगासस के जरिए जासूसी किए जाने की आशंका है।
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‘द वायर’ के मुताबिक केके शर्मा का नाम सूची में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़ी एक कांफ्रेंस में उनके शामिल होने के एक महीने बाद जोड़ा गया था। इस रिपोर्ट में 2017 से 2019 के बीच राजेश्वर सिंह के परिवार की जासूसी कराने की संभावना भी जताई गई है। वे उस समय लखनऊ में तैनात हैं। राजेश्वर सिंह ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की भूमिका की जांच की थी।
इस सूची में पूर्व आईएएस अधिकारी वीके जैन का नाम भी शामिल है। जैन केजरीवाल के मुख्य सलाहकार रह चुके हैं। पूर्व सैन्य अधिकारी कर्नल मुकुल देव का नाम इस सूची में 2019 में जोड़ा गया। मुकुल देव सरकार के कई फैसलों के खिलाफ अपनी असहमति जता चुके हैं। कर्नल ने ‘द वायर’ को बताया कि उन्हें सेना के लिए लड़ने के बदले टारगेट किया गया। सेना के एक और अधिकारी कर्नल अमित कुमार को भी सर्विलांस लिस्ट में रखा गया था। इनके अलावा ‘द वायर’ की रिपोर्ट के मुताबिक बीएसएफ कमांडेंट जगदीश मथानी, रॉ के रिटायर अधिकारी जितेंद्र कुमार ओझा और नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारी भी सर्विलांस लिस्ट में शामिल थे।
Pegasus BSF ED RAW
बीएसएफ, ईडी, रॉ अफसरों की भी जासूसी!
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