पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर राहुल गांधी से कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि उन्होंने और उनकी सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दोनों ने कहा है कि अभी यह तय करने का समय नहीं और सभी पार्टियों को साथ बैठ कर तय करना होगा। नीतीश ने कहा कि राहुल में कोई बुराई नहीं है पर उसके लिए सबको बैठ कर तय करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं हैं।
शनिवार को पटना के ज्ञानभवन में असिस्टेंट प्रोफसर और प्रिंसिपल का नियुक्ति पत्र बांटने के कार्यक्रम में उनसे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंन कहा था कि अगले चुनाव में राहुल गांधी विपक्ष का चेहरा होंगे। इस सवाल नीतीश ने कहा- हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है। इसमें क्या बुराई है। सब एक साथ मंच पर आएं, साथ मिलकर सब तय होगा। हम लोग तो वेट कर रहे हैं।
इसके बाद नीतीश ने कहा- मेरे बारे में भी लोग कहते हैं, लेकिन हमारी इच्छा प्रधानमंत्री बनने की नहीं है। मैं इस रेस में हूं ही नहीं। उन्होंने कहा कि सभी दल साथ आएं। मिल जुलकर सब तय कर लिया जाएगा। हमारी इच्छा है कि ज्यादा से ज्यादा पार्टियां मिलकर साथ काम करें। देश के विकास के लिए काम करें। उन्होंने आगे कहा- जब मिल जाएंगे तो सब तय होगा। अलग-अलग पूछने से क्या होगा। कोई बने अच्छी बात है, लेकिन मिलजुल कर चलेंगे तब ही सब तय हो पाएगा।
गौरतलब है कि पिछले दिनों कमलनाथ ने कहा था कि राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार भी होंगे। इस सवाल पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा- सब लोगों की अपनी-अपनी इच्छा होती है, सभी अपनी बात रखते हैं। नीतीश जी ने साफ और स्पष्ट कहा है, उनका मोटिव है ज्यादा से ज्यादा विपक्ष को साथ लाकर चुनाव लड़ने का। राहुल गांधी के नाम पर सहमति को लेकर तेजस्वी ने कहा- सब लोग बात करेंगे, तब ना।