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मोदी ने कहा, फिलस्तीन के प्रति अटूट समर्थन

ByNI Desk,
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मोदी ने कहा, फिलस्तीन के प्रति अटूट समर्थन
नई दिल्ली। इजराइल के एक फिल्मकार द्वारा ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर सवाल उठाए जाने के तीन दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलस्तीन के प्रति भारत का अटूट समर्थन जताया है। उन्होंने कहा है कि दोनों देशों का संबंध ऐतिहासिक और दोनों के संबंध दोस्ताना रहे हैं। गौरतलब है कि इजराइल और फिलस्तीन के बीच कई बातों के लेकर दशकों से विवाद है और हिंसक संघर्ष होता रहता है। फिलस्तीन के लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए रखे गए दिन पर, संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से आयोजित सालाना कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- फिलस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने वाले इस दिन पर, मैं फिलस्तीन मुद्दे पर भारत के अटूट समर्थन को दोहराता हूं।  मोदी ने कहा- भारत और फिलस्तीन के दोस्ताना लोगों के साझा ऐतिहासिक संबंध हैं। हमने हमेशा आत्मनिर्भरता और सम्मान के साथ सामाजिक और आर्थिक विकास खोज रहे फिलस्तीन के लोगों का सर्मथन किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा- हमें उम्मीद है कि फिलस्तीन और इजरायली पक्ष के बीत सीधी बातचीत होगी और दोनों एक समग्र और आपसी सहमति वाला उपाय खोज लेंगे। गौरतलब है कि इस साल अक्टूबर में, भारत ने फिलस्तीन के लिए 25 लाख अमेरिकी डॉलर संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी को दिया था। यह फिलस्तीन के लिए सालाना 50 लाख डॉलर के समर्थन के हिस्से के तौर पर दिया गया। बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान में कहा- भारत सरकार और लोगों की तरफ से मैं फिलस्तीन के लोगों को देश का दर्जा, शांति और संपन्नता पाने की यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं। भारत-फिलस्तीन के रिश्ते करीब आधी सदी पुराने हैं। साल 1974 में भारत पहला गैर अरब देश बना था, जिसने फिलस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन को मान्यता दी थी। इसके बाद भारत उन कुछ देशों में से है, जो फिलस्तीन को एक देश के तौर पर मान्यता देता है।
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