नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में गौतम अदानी के मसले पर विपक्ष की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देने की बजाय कांग्रेस पर हमला किया और देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से इंदिरा गांधी तक को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 90 राज्य सरकारें गिराईं, जिसमें से अकेले इंदिरा गांधी ने 50 सरकारें गिराईं। कांग्रेस ने अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग किया। मोदी ने यह भी कहा कि नेहरू महान थे तो उनके वंशज उनका उपनाम क्यों नहीं लगाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि छह सौ योजनाओं के नाम नेहरू-गांधी परिवार के नाम पर रखे गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा- किसी कार्यक्रम में अगर नेहरूजी के नाम का उल्लेख नहीं हुआ, तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते थे। लहू गर्म हो जाता था। उन्होंने आगे कहा- मुझे ये समझ नहीं आता कि अगर नेहरू महान थे, तो उनके परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने में। इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको और आपके परिवार को मंजूर नहीं है… और आप हमारा हिसाब मांगते हो।
उन्होंने आगे कहा- कुछ लोगों को समझना होगा कि सदियों पुराना देश आम आदमी के पसीने, पीढ़ियों से चली आ रही परंपराओं का देश है। किसी परिवार की जागीर नहीं है। हमने खेल रत्न ध्यानचंद के नाम पर कर दिया। अंडमान के द्वीपों का नाम सुभाष चंद्र बोस, परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर कर दिया। इससे पहले लोकसभा में बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दिया था और वहां भी 85 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने राहुल गांधी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों को निशाना बनाया था।