नई दिल्ली। कोरोना महामारी ( Coronavirus in India ) के बढ़ते प्रकोप के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi ) ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। पीएम मोदी ने संकेत दिए हैं कि देशव्यापी लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। हालांकि जो राज्य नाइट कर्फ्यू लगा रहे हैं, वो सही साबित हो सकता है। पीएम मोदी ने अपील की है कि इसे कोरोना कर्फ्यू कहें। राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा और बाद देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बात कही।
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पीएम ने इशारों में लॉकडाउन की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि अब वैसे कड़े कदम उठाने की जरूरत नहीं है। अब हमारे पास संसाधन हैं। हमें माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर फोकस करना होगा। बढ़ते पॉजिटिविटी रेट पर चिंता जताते हुए पीएम ने कहा कि इसे पांच प्रतिशत से नीचे लाने की दिशा में काम करना होगा। इसके लिए ट्रेसिंग और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।
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बिना वैक्सीन के जीती थी कोरोना से लड़ाई
पीएम ने कहा कि हमने कोरोना की लड़ाई जीती थी, वो भी बिना वैक्सीन के। यह भरोसा भी नहीं था कि वैक्सीन आएगी या नहीं। इसलिए आज हमें भयभीत होने की जरूरत नहीं है। हम जिस तरह से लड़ाई को लड़े थे, उसी तरह से फिर से लड़ाई जीत सकते हैं। हमें दो-तीन हफ्ते और कड़ाई बरतनी होगी और प्रशासन को मजबूत करना होगा।
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युद्ध स्तर पर करना होगा कार्य
पीएम मोदी ने कहा कि कई राज्यों में प्रशासनिक शिथिलता दिख रही है और बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ाई है। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना होगा। मोदी ने कहा कि लोग ज्यादा लापरवाह हो गए हैं। कुछ राज्यों में संक्रमण की स्थिति ज्यादा चुनौतीपूर्ण है। अब टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट पर जोर देना होगा। लोगों के सहयोग और स्वास्थ्यकर्मियों की बदौलत हमें स्थिति को नियंत्रण करने में बहुत मदद मिली और अब भी हम नियंत्रित कर रहे हैं।
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