इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल हुए और प्रवासी भारतीयों को अपनी सरकार की उपलब्धियां बताईं। उन्होंने दावा किया कि मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में भारत का डंका बज रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कोरोना वैक्सीन की 220 करोड़ डोज लगा दी और दुनिया में यह जिज्ञासा है कि भारत क्या कर रहा है, कैसे कर रहा है! प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि दुनिया में होने वाले कैशलेस लेन-देन का 40 फीसदी भारत में होता है। उन्होंने बताया कि भारत दुनिया की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में कहा- आज दुनिया भारत की सुनती है। भारत में स्किल कैपिटल बनने का सामर्थ्य है, यह दुनिया के विकास का इंजन बन सकता है। उन्होंने कहा- भारत के पास सक्षम युवाओं की बड़ी तादाद है। हमारे युवाओं के पास स्किल भी है, वैल्यूज भी हैं। काम करने के लिए जरूरी जज्बा और ईमानदारी भी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर शहर की भी खूब तारीफ की। उन्होंने लोगों से उज्जैन जाकर महाकाल मंदिर देखने की अपील भी की।
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा- इस साल भारत दुनिया के जी-20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है। भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। हमारे लिए यह दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है। उन्होंने कहा- हमें जी-20 को केवल एक डिप्लोमैटिक आयोजन नहीं, बल्कि जन भागीदारी का आयोजन बनाना है। प्रधानमंत्री के साथ इस कार्यक्रम में ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के ग्रैंड हॉल में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, विदेश मंत्री एस जयशंकर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए।
मोदी ने प्रवासी भारतीयों को समर्पित डाक टिकट का विमोचन भी किया। तीन दिन के सम्मेलन में करीब 70 देशों से आए 32 सौ प्रवासी भारतीय शामिल हो रहे हैं। प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा- जब विश्व हमारा आकलन करता है, तो सशक्त और समर्थ भारत की आवाज सुनाई देती है। इसलिए मैं सभी प्रवासी भारतीयों को विदेशी धरती पर भारत का राष्ट्रदूत यानी ब्रांड एम्बेसडर कहता हूं।