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उत्तराखंड में स्कूल खोलने को लेकर क्या है सरकार का प्लान, जानें क्या है शिक्षामंत्री की नई रणनीति...

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उत्तराखंड में स्कूल खोलने को लेकर क्या है सरकार का प्लान, जानें क्या है शिक्षामंत्री की नई रणनीति...
पिछले डेढ़ साल से सभी शिक्षण संस्थान बंद पड़े है। नवंबर 2020 में स्कूल खोलने का प्लान बना था लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण फिर से इस फैसले को रद्द करना पड़ा। लेकिन एक बार फिर से अब कोरोना के मामले कम होने लगे है। सभी राज्यों ने छूट का दायरा बढ़ा दिया है। ( Preparation to open school in Uttarakhand ) इसी बीच उत्तराखंड सरकार स्कूल खोलने पर जल्द फैसला ले सकती है। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि राज्य सरकार बहुत जल्द स्कूल खोल सकती है। कोविड कर्फ्यू में सिनेमा हॉल, मनोरंजन पार्क, स्वीमिंग पूल, ऑडिटोरियम आदि को 50% क्षमता के साथ खोला जा रहा है। इके साथ स्कूल खुलने की भी संबावना बढ़ गई है। Preparation to open school in Uttarakhand also read: जब दो कांस्टेबलों से जासूसी के आरोप पर भारत के प्रधानमंत्री ने दे दिया था इस्तीफा

पहले बड़ी कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जा सकते है ( Preparation to open school in Uttarakhand )

सूत्रों के मुताबिक खबर मिली है कि शिक्षा विभाग पहले चरण में कक्षा छह से 12 तक 50 फीसदी क्षमता के साथ स्कूल खोलने की अनुमति दी जा सकती है। ( Preparation to open school in Uttarakhand )  बेसिक की कक्षाओं के लिए भी रोस्टर बनाया जा सकता है। हालांकि मंगलवार को आईसीएमआर ने यह सलाह दी कि पहले प्राइमरी स्कूल को खोला जाएं। यह भी हो सकता है कि इसके चलते राज्य सरकार को स्कूल खोलने की अपनी नीति में बदलाव करना पड़े। इस संबंध में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने भी संकेत दिए।

घर पर बच्चे आलसी हो गये है

कोरोना महामारी के कारण मार्च 2020 से स्कूल बंद है। जिसको कई बार खोलने की रणनीति तैयार की गई लेकिन कोरोना के बदलते स्वरूप ने फिर से सबकुछ बंद कर दिया। लेकिन इससे सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा है। बच्चों की ऑनलािन क्लास हो रही है। बच्चे प्रमोट हो रहे है या फिर ऑनलाइन एग्जाम करवाकर आगे बढ़ रहे है लेकिन उनके नॉलेज में कोई बढ़ोतरी हीं हो रही है। ( Preparation to open school in Uttarakhand ) सभी चीजों में छूट मिलने के बाद अब स्कूलों को लेकर भी विचार किया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षक भी नियमित रूप से आ रहे हैं। शिक्षक संगठन भी सरकार से स्कूलों में छात्रों को बुलाए जाने की लगातार पैरवी कर रहे हैं। लेकिन इस पर कुछ अभिभावकों का कहना है कि जब तक बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन नहीं आ जाती हम अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। कुछ अभिभावकों का यह भी कहना है कि बच्चे घर में रहकर ऊब गये है। स्कूल में बच्चे एक्टिव रहते है। घर में कोी काम ना होने के कारण आलसी हो गये है। Preparation to open school in Uttarakhand

शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाना बेहद जरूरी ( Preparation to open school in Uttarakhand )

सरकार ने सभी क्षेत्रों में छूट दे दी हैं तो स्कूल भी खोल दिए जाने चाहिए। स्कूलों में सभी बच्चों और शिक्षक द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए पढ़ाई जारी रखी जा सकती है। पढ़ाई को पटरी पर लाने के लिए छात्रों का नियमित रूप से स्कूल आना बेहद जरूरी है। यदि भविष्य कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडराया तो स्कूल को फिर से बंद किया जा सकता है। इसके साथ-साथ सरकार के लिए शिक्षक और छात्रों की सुरक्षा भी बहुत अहमियत रखती है। ( Preparation to open school in Uttarakhand ) सभी पहलुओं का अध्ययन किया जा रहा है। सीएम से भी इस बारे में चर्चा की जाएगी। जल्द ही इस विषय पर निर्णय ले लिया जाएगा। सभी राज्य इस पर विचार कर रहे है। स्कूल खोलना अब बेहद महत्वपूर्ण बन गया है।
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