बेंगलुरू। कर्नाटक में हिजाब पर पाबंदी के बाद अब हलाल मीट पर पाबंदी लगाने तैयारी हो रही है। इसके लिए विधानसभा के चालू सत्र में विधेयक लाया जा सकता है। गौरतलब है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हुआ है। पहले ही दिन विधानसभा भवन में सावरकर की तस्वीर लगाए जाने का विरोध हुआ। कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों के विधायकों ने इसका विरोध किया। दूसरी ओर सत्तारूढ़ भाजपा ने तस्वीर लगाए जाने का बचाव करते हुए कहा कि सावरकर की नहीं तो क्या दाउद इब्राहिम की तस्वीर लगाएं।
बहरहाल, राज्य में हलाल मीट के खिलाफ विधेयक लाने की तैयारी हो रही है। इसका प्रस्ताव तैयार हो गया है। इस प्रस्तावित विधेयक को लेकर विपक्ष ने राज्य की भाजपा सरकार पर चुनाव से पहले हिंदुत्व कार्ड खेलने का आरोप लगाया है। चूंकि राज्य में हिजाब बैन को लेकर पहले से ही राजनीतिक माहौल गरम है, ऐसे में अब हलाल मीट बैन पर विपक्ष को एक नया मुद्दा मिल गया है। गौरतलब है कि अगले साल मई में विधानसभा चुनाव होने हैं।
बताया जा रहा है कि भाजपा के विधायक रविकुमार ने हलाल मीट पर पाबंदी को लेकर एक प्राइवेट बिल पेश करने की तैयारी की थी। इस संबंध में उन्होंने राज्यपाल थावरचंद गहलोत को चिट्ठी भी लिखी था। खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और भाजपा के सभी विधायकों ने इस पर अपनी सहमति जता दी है। भाजपा के इस विधेयक पर सदन में भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस होने की उम्मीद है। सदन में विपक्ष के नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा- हम विधानसभा अध्यक्ष से हलाल मांस पर निजी विधेयक को मंजूरी न देने का आग्रह करेंगें। कांग्रेस विधानसभा में इस बिल का विरोध करने को तैयार है।