नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अगले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों के एक साथ आने अपील की है। संभवतः पहली बार राहुल गांधी ने इतने स्पष्ट और आग्रह करने के अंदाज में विपक्षी पार्टियों से साथ आने और देश के लोगों के सामने एक विकल्प पेश करने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष साथ आए तो यह कांग्रेस की जिम्मेदारी होगी कि विपक्षी पार्टियों का पूरा सम्मान हो और वे सहज महसूस करें। राहुल गांधी ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में यह भी दावा किया कि देश में भाजपा के खिलाफ बहुत भारी अंडरकरंट है।
करीब चार महीने की भारत जोड़ो यात्रा के बाद नौ दिन के ब्रेक में राहुल गांधी दिल्ली में हैं। उन्होंने शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें कहा कि विपक्ष के खिलाफ देश में बहुत भारी अंडरकरंट है। लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों के बीच जाकर सिर्फ वोट मांगने से ऐसा नहीं होगा। राहुल ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया जा सकता है लेकिन उसके लिए विपक्ष के बीच बेहतर तालमेल बनाना होगा और लोगों के बीच एक वैकल्पिक दृष्टि लेकर जाना होगा।
विपक्ष के नेताओं को अपने साथ जोड़ने की पहल करते हुए उन्होंने कहा- सब के सब हमारे साथ खड़े हैं। लेकिन राजनीतिक मजबूरियां होती हैं। उन्होंने कहा- अखिलेश और मायावती जी हैं वो भी नफरत नही चाहते हैं। राहुल गांधी ने आरएसएस और भाजपा की विचारधारा पर हमला किया लेकिन साथ ही उनका धन्यवाद करते हुए कहा कि वे जितना हमला करते हैं उतनी ऊर्जा मिलती है। राहुल ने कहा- मैं उनको गुरु मानता हूं वो रास्ता दिखा रहे हैं। उनसे यह सीखने को मिलता है कि क्या नहीं करना है।
अखिलेश यादव की बात का परोक्ष रूप से जवाब देते हुए राहुल ने कहा- बीजेपी और कांग्रेस एक नही हो सकते, क्योंकि ये दोनो विचारधारा अलग अलग है। असल में उस विचारधारा को हराने के लिए एक विचारधारा जरूरी है। उन्होंने कहा- यूपी में समाजवादी विचारधारा है, वह देश मे हर जगह नही चल सकती। देश मे कांग्रेस ही उस विचारधारा से लड़ सकती है। राहुल ने दावा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस स्विप करेगी और बीजेपी नही जीतेगी. क्योंकि ये बात तो हर कोई जानता है पैसा देकर बीजेपी ने सरकार बनाई है।