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सत्याग्रह से सत्ता को हराएंगे

रायपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के सत्याग्रह का हवाला देते हुए रविवार को कहा कि कांग्रेस सत्याग्रहियों की पार्टी है और भाजपा सत्ताग्रहियों की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्याग्रह के जरिए भाजपा को हराएगी। पार्टी के तीन दिन के महाधिवेशन के तीसरे और आखिरी दिन कांग्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के अपने अनुभव सुनाए और बताया कि कैसे इस यात्रा में उनको बदला है। राहुल ने कश्मीर के लाल चौक पर झंडा फहराने का भी जिक्र किया और कहा है कि नरेंद्र मोदी और उनके झंडा फहराने में बहुत फर्क है।

राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव बताते हुए कहा- मैंने कन्याकुमारी से श्रीनगर तक भारत जोड़ो यात्रा की। भले ही वीडियो में आपने मेरा चेहरा देखा हो, लेकिन असल में हमारे साथ लाखों लोग चले। हर मौसम बारिश, गर्मी और बर्फ में हम सब एक साथ चले। उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा- हम सत्याग्रही हैं और भाजपा-आरएसएस वाले सत्ताग्रही हैं। हम सत्याग्रह से सत्ता को हराएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र के पहले चरण में संसद में कहा कि वे चार दशक पहले लाल चौक पर झंडा फहराने गए थे। इसका जवाब देते हुए राहुल ने कहा- नरेंद्र मोदी बीजेपी के 15-20 लोगों के साथ लाल चौक में झंडा फहराया, भारत जोड़ो यात्रा ने लाखों लोगों के साथ झंडा फहराया, प्रधानमंत्री को समझ नहीं आया। उन्होंने कहा- एक कश्मीरी आया और कहा कि मैं आपके साथ तिरंगा लेकर चल रहा हूं, क्योंकि आपने हमारे दिल में भरोसा जगाया।

अदानी समूह की कथित गड़बड़ियों को लेकर राहुल गांधी ने कहा- मैंने संसद में एक फोटो दिखाई, जिसमें मोदी अदानी के साथ प्लेन में बैठे हैं। मैंने पूछा रिश्ता क्या है। पूरी सरकार, सभी मंत्री अदानी को बचाने में लग गए। राहुल ने कहा- अदानी पर हमला करने वाला देशद्रोही और अदानी देशभक्त बन गए। भाजपा और संघ उस व्यक्ति की रक्षा कर रहे हैं। सवाल है कि रक्षा क्यों कर रहे हैं? ये जो शेल कंपनियां हैं, हजारों करोड़ रुपया हिंदुस्तान भेज रही हैं, ये किसकी हैं? इसमें किसका पैसा है? जांच क्यों नहीं हो रही है? जेपीसी क्यों नहीं बन रही है?

अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कहा- 52 साल हो गए मेरे पास घर नहीं है। राहुल ने जब यह बात कही तो सोनिया गांधी भावुक हो गईं। बहरहाल, राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बताते हुए कहा- रोज सोचता था कि कैसे साढ़े तीन हजार चलूंगा लेकिन शुरुआती 15 दिन में मेरी सोच बदल गई। अपनी यात्रा के दौरान मुझे देश देखने को मिला। मैंने इस यात्रा से बहुत कुछ सीखा।

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