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मानहानि मामले में राहुल को जमानत

सूरत। मानहानि के मामले में सूरत की जिला अदालत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जमानत दे दी है। सूरत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सीजेएम ने 22 मार्च को राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। सोमवार को राहुल ने इस फैसले को चुनौती दी और साथ ही नियमित जमानत की अर्जी भी दाखिल की। जिला अदालत ने राहुल की जमानत मंजूर कर ली और सजा पर रोक लगाने की याचिका पर सुनवाई के लिए 13 अप्रैल की तारीख तय की। राहुल ने सजा को भी चुनौती दी है, जिस पर तीन मई को सुनवाई होगी।

राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई करते हुए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आरपी मोगेरा की अदालत ने कहा कि वह इस मामले के शिकायतकर्ता पुरनेश मोदी को नोटिस जारी करेगी और सजा पर रोक के लिए दायर याचिका पर 13 अप्रैल को सुनवाई करेगी। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक के कोलार की एक सभा में नीरव मोदी, ललित मोदी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए कहा था कि सारे चोरों के उपनाम मोदी क्यों होते हैं। इसे लेकर गुजरात में भाजपा के विधायक पुरनेश मोदी ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था।

सीजेएम की अदालत ने 22 मार्च को राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। सजा सुनाए जाने के अगले दिन यानी 23 मार्च को राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता समाप्त हो गई। राहुल ने सजा सुनाए जाने के 12 दिन बाद जिला व सत्र अदालत में अपील दायर की है। जिला व सत्र अदालत ने पुरनेश मोदी को राहुल गांधी की याचिका पर 10 अप्रैल तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। उसके बाद 13 अप्रैल को आगे की सुनवाई होगी।

राहुल गांधी सोमवार को जब सूरत अदालत में पहुंचे तो उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और तीन राज्यों के मुख्यमंत्री- अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और सुखविंदर सिंह सुक्खू भी उनके साथ थे। अदालत में पेशी के लिए दिल्ली से सूरत रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। इस बीच इतने तामझाम के साथ अदालत में पेश होने की तैयारियों को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि कांग्रेस न्यायपालिका पर अनुचित दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा- मेरा सीधा सवाल है कि कांग्रेस न्यायपालिका पर इस तरह का अनुचित दबाव बनाने की कोशिश क्यों कर रही है। न्यायिक मामलों से निपटने के तरीके होते हैं, लेकिन क्या यह तरीका है? सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा- कांग्रेस को पता था कि कोर्ट द्वारा सजा दिए जाने के बाद राहुल गांधी की सदस्यता जाएगी। इससे पहले भी 13 और नेताओं की सदस्यता इसी तरह जा चुकी है। लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस ने फिर भी ड्रामा रचा।

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