
तिरूवनंतपुरम। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड दफ्तर में शुक्रवार को कुछ लोगों ने तोड़-फोड़ की। कांग्रेस ने घटना के पीछे राज्य सरकार चला रही सीपीएम के छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी एसएफआई का हाथ होने का आरोप लगाया है और घटना के लिए सीधे मुख्यमंत्री पी विजयन को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि एसएफआई के गुंडों ने पार्टी कार्यालय में मौजूद स्टाफ से मारपीट भी की।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दफ्तर में तोड़-फोड़ का वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिखाई दे रहा है कि वायनाड में कुछ लोग कांग्रेस सांसद के दफ्तर की खिड़कियों पर चढ़ गए और तोड़-फोड़ शुरू कर दी। हाथों में एसएफआई के झंडे लिए कुछ लोग दफ्तर के अंदर तक पहुंच गए। वहां इन लोगों ने नारेबाजी की और सामान भी तोड़ दिया। घटना शुक्रवार दोपहर की बताई जा रही है।
इस घटना को लेकर केरल कांग्रेस के नेता और विधायक टी सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के दफ्तर पर यह पूर्व नियोजित हमला था। उन्होंने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री विजयन पर सवाल खड़े किए। दूसरी ओर राहुल गांधी के ऑफिस पर हमले के बाद मुख्यमंत्री का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा- हमारे देश में हर किसी को अपनी राय जाहिर करने का हक है, लेकिन इसकी हद नहीं तोड़ी जानी चाहिए। उन्होंने हिंसा को पूरी तरह गलत बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही।