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देश भर में पदयात्रा करेंगे राहुल

ByNI Desk,
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देश भर में पदयात्रा करेंगे राहुल
उदयपुर। कांग्रेस पार्टी के तीन दिन के नव संकल्प शिविर में पार्टी ने कई अहम फैसले किए। शिविर के तीसरे और आखिरी दिन रविवार को पार्टी ने तीन दिन के चिंतन से निकले निष्कर्षों का ऐलान किया। कांग्रेस ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पूरे देश में पदयात्रा करेंगे। अध्यक्ष बनने से हिचक रहे राहुल दो अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के मौके पर पदयात्रा शुरू करेंगे। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को इसकी सलाह दी थी। खुद प्रशांत किशोर भी दो अक्टूबर से बिहार में तीन हजार किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करने वाले हैं। राहुल की पदयात्रा के अलावा कांग्रेस ने एक अहम फैसला यह किया कि एक परिवार में एक ही व्यक्ति को टिकट दी जाएगी। वंशवाद के आरोपों से मुक्त होने के लिए कांग्रेस ने यह फैसला किया है। संगठन और राजनीति से जुड़ी कमेटी की सिफारिशों के आधार पर एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट देने का फैसला किया गया। परिवार के दूसरे नेता को तभी टिकट मिलेगा, जब वह पांच साल से संगठन में सक्रिय हो। बिना संगठन में काम किए दूसरे सदस्य को टिकट नहीं मिलेगा। संगठन को लेकर पार्टी ने एक बड़ा बदलाव यह किया कि नेताओं को लगातार पांच साल पद पर रहने के बाद तीन साल तक बिना पद के काम करना होगा। उसे तीन साल कूलिंग पीरियड में रहना होगा। इस सिफारिश को कांग्रेस कार्य समिति, सीडब्लुसी में मंजूर कर लिया गया। कांग्रेस के असंतुष्ट नेता संसदीय बोर्ड को फिर से गठित करने की मांग कर रहे थे। लेकिन इस बार फैसला नहीं हो सका। बहरहाल, चिंतन शिविर से कांग्रेस ने लोकसभा से पहले होने वाले राज्यों के चुनाव की तैयारियों का भी आगाज किया। लोकसभा चुनाव से पहले 10 राज्यों के विधानसभा चुनावों पर है। इनमें राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, तेलंगाना शामिल हैं। बैठक में पार्टी के नेताओं ने इस साल के अंत में होने वाले गुजरात चुनाव को लेकर रणनीति बनाई। रविवार को दोपहर तक चिंतन शिविर खत्म होने के साथ ही कांग्रेसी नेता उदयपुर से रवाना होने लगेंगे। हालांकि सोनिया और राहुल गांधी सहित कुछ वरिष्ठ नेता सोमवार को बेणेश्वर धाम जाएंगे। वहां एक सौ करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पुल का शिलान्यास सोनिया और राहुल के हाथों होगा। बेणेश्वर में एक सभा भी होगी, जिसे सोनिया और राहुल दोनों संबोधित करेंगे। गुजरात और राजस्थान के आदिवासियों को साधने के लिए इस सभा को अहम माना जा रहा है।
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