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शहंशाह जैसे राज मत कीजिए: राहुल

ByNI Desk,
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शहंशाह जैसे राज मत कीजिए: राहुल
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बेहद तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि भारत कोई साम्राज्य नहीं है। राहुल ने सीधे प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाते हुए उन्हें सलाह दी है कि वे शहंशाह की तरह राज चलाने की कोशिश नहीं करें। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास रहा है कि जो भी शासक रहा वह संवाद के जरिए शासन चलाता रहा है। उन्होंने केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर संवाद की जरूरत बताई है। उन्होंने अर्थव्यवस्था, कोरोना और राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठा कर सरकार को घेरा। Rahul gandhi modi government राहुल गांधी ने बुधवार की शाम को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना वायरस की महामारी में केंद्र सरकार देश के नागरिकों को मदद देने में विफल रही। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सिर्फ उन्हीं बातों की सूची थी, जो केंद्र सरकार सुनना चाहती थी। उन्होंने कहा कि अब देश में दो भारत हो गए हैं एक अमीरों का और दूसरा गरीबों का और दोनों के बीच खाई चौड़ी होती जा रही है। देश की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश में पिछले 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हो गई है। उन्होंने देश के 84 फीसदी लोगों की आमदनी घटी है और वे तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। राहुल ने कहा- हमने 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने वापस गरीबी में डाल दिया। यह हमारा आंकड़ा नहीं है। उन्होंने कहा- आप तीन हजार साल का इतिहास उठा कर देख लीजिए। आप मौर्य वंश को देख लीजिए, अशोक को देख लीजिए। किसी ने भी बिना बातचीत और समझौते के शासन नहीं किया। Read also मालदीवः भारत भगाओ अभियान! केंद्र सरकार पर देश की विविधता की अनदेखी का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा- देश में हर राज्य के लोगों की अपनी भाषा है अपनी संस्कृति है। यह विविधताओं का गुलदस्ता है। भारत केंद्र की एक छड़ी के सहारे नहीं चल सकता है। राहुल गांधी के भाषण के बीच सत्तापक्ष की ओर से लगातार टोकाटाकी होती रही। एक बार तो भाजपा सांसदों का हंगामा इतना बढ़ गया कि राहुल गांधी को अपना भाषण रोकना पड़ा। राहुल ने पेगासस का मामला भी उठाया तो सत्तापक्ष की ओर से कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, ऐसे में इस पर सदन के अंदर बयान नहीं दिया जा सकता। राहुल गांधी ने कहा- न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस लोगों की आवाज को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण हैं। उन्होंने कहा- मैं आपातकाल पर भी बोलूंगा। मैं इसके बारे में बात करने से नहीं डरता। राजा का विचार वापस आ गया है, जिसे कांग्रेस ने 1947 में खत्म कर दिया था। अब एक शहंशाह है। अब हमारे राज्य और लोगों के बीच बातचीत के साधनों पर एक विचार से हमला किया जा रहा है। Rahul gandhi modi government
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