
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चे ने सोमवार को छह घंटे तक कई जगह रेल सेवा को बाधित किया। तीनों कानूनों को वापस लेने, एमएसपी पर फसल खरीदने का कानून बनाने और उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बरखास्त कर गिरफ्तार करने की मांग को लेकर किसानों ने रेल रोको आंदोलन किया था। rail roko andolan farmers
पंजाब और हरियाणा में किसान सोमवार को सुबह संयुक्त किसान मोर्चा के छह घंटे के रेल रोको आंदोलन के तहत रेल की पटरियों पर बैठ गए। इससे दोनों राज्यों में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई। इन दो राज्यों के अलावा बाकी राज्यों में इस आंदोलन का कोई खास असर नहीं हुआ है। हालांकि उत्तर रेलवे की कुछ और सेवाओं के बाधित होने की सूचना है। बताया जा रहा है कि कुल 50 ट्रेनों की सेवा बाधित हुई।
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पंजाब के लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, मोगा, पटियाला और फिरोजपुर और हरियाणा के चरखी दादरी, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, जींद, करनाल और हिसार सहित कई जगहों पर प्रदर्शन भी हुए। महिलाएं भी प्रदर्शन में शामिल हुईं। प्रदर्शन कर रहे केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए और अजय मिश्र की गिरफ्तारी की मांग की। बहरहाल, किसानों के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोबस्त किए गए थे।
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केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने पिछले दिनों लखीमपुर में भाजपा नेता की गाड़ी से कुचल कर मारे गए किसानों की श्रद्धांजलि सभा में कई प्रदर्शनों का ऐलान किया था। इसी के तहत 18 अक्टूबर को छह घंटे के रेल रोको आंदोलन का ऐलान हुआ था। संयुक्त किसान मोर्चा ने रेलवे की किसी भी संपत्ति को कोई नुकसान पहुंचाए बिना, शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के लिए कहा था। गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में चार किसानों की भाजपा नेता की गाड़ी से कुचल कर मौत हो गई थी।