सैन फ्रांसिस्को। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन की विस्तारवादी नीतियों को लेकर दो टूक संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर भारत को किसी ने नुकसान पहुंचाया तो वह भी उसे बख्शेगा नहीं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक शक्तिशाली देश के तौर पर उभरा है और दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की ओर बढ़ रहा है।
राजनाथ सिंह ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए अमेरिका को एक बारीक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत ‘जीरो-सम गेम’ की कूटनीति में विश्वास नहीं करता और किसी एक देश के साथ उसके संबंध दूसरे देश की कीमत पर नहीं हो सकते। ध्यान रहे ‘जीरो-सम गेम’ उस स्थिति को कहा जाता है, जिसमें एक पक्ष को हुए नुकसान के बराबर दूसरे पक्ष को लाभ होता है।
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राजनाथ सिंह भारत व अमेरिका के बीच ‘टू प्लस टू’ वार्ता में हिस्सा लेने के लिए पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर आए थे। वार्ता के बाद उन्होंने हवाई में अमेरिका हिंद-प्रशांत की कमांड सेंटर का दौरा किया और उसके बाद सैन फ्रांसिस्को की यात्रा की। उन्होंने गुरुवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास की ओर से उनके सम्मान में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए चीन के साथ सीमा पर भारतीय सैनिकों द्वारा दिखाई गई वीरता का जिक्र किया।
रक्षा मंत्री ने भारतीय सैनिकों की बहादुरी का जिक्र करते हुए कहा- मैं खुले तौर पर यह नहीं कह सकता कि उन्होंने क्या किया और हमने क्या फैसले किए। लेकिन मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि एक संदेश गया है कि भारत को अगर कोई छेड़ेगा तो भारत छोड़ेगा नहीं। उन्होंने चीन का नाम नहीं लिया पर उनका इशारा बहुत स्पष्ट था। गौरतलब है कि 15 जून, 2020 को गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।