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Report : कोरोना के बाद देश के सरकारी स्कूलों में बढ़ी अभिभावकों की रूची, उत्तर प्रदेश में...

ByNI Desk,
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Report : कोरोना के बाद देश के सरकारी स्कूलों में बढ़ी अभिभावकों की रूची, उत्तर प्रदेश में...
नई दिल्ली | Corona Crisis Govt School : कोरोना के कारण कई चीजों में बदलाव देखा गया है. कोरोना का सबसे बड़ा असर देश की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा है. एक सर्वे में बताया गया है कि पिछले तीन साल में छात्रों का झुकाव निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों की ओर बढ़ा है. इसमें भी उत्तर प्रदेश और केरल के सरकारी स्कूलों में होने वाले दाखिलों में सबसे अधिक वृद्धि देखी गयी है. वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (ASER) 2021 में ये हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है. बता दें कि देश में कोरोना की दूसरी लहर के खत्म होने के बाद आई रिपोर्ट इसलिए भी चौंकाने वाली है क्यों कि देश की लगभग सभी राज्यों में ऐसे ही परिणाम देखने को मिले हैं. इस रिपोर्ट में 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किये गए सर्वेक्षण पर आधारित है. Corona Crisis Govt School :

रिपोर्ट में सामने आयी कई महत्वपूर्ण जानकारियां

Corona Crisis Govt School : सर्वे में 76,706 घरों और पांच से 16 साल के 75,234 बच्चों के बीच जानकारी जमा की गई. जिसके बाद बुधवार को जारी की गई एएसईआर की इस रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं. रिपोर्ट में सामने आया है कि अखिल भारतीय स्तर पर निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों की ओर स्पष्ट रूप से झुकाव देखा गया है. 6 से 14 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए निजी स्कूलों में दाखिले की संख्या 2018 में 32.5 प्रतिशत थी जो 2021 में घटकर 24.4 प्रतिशत रह गई है. रिपोर्ट में कहा गया कि यह सभी कक्षाओं और लड़कों तथा लड़कियों के बीच देखा गया. हालांकि निजी स्कूलों में लड़कों का दाखिला कराने की संभावना लड़कियों की तुलना में अब भी अधिक है. इसे भी पढें- Akasa Air: राकेश झुनझुनवाला द्वारा समर्थित भारत की नवीनतम एयरलाइन, जानें मुख्य विवरण से लेकर पूरी जानकारी

2021 में 70.3 प्रतिशत पहुंचा आंकडा़

Corona Crisis Govt School : सरकारी स्कूलों में 2018 में औसतन 64.3 प्रतिशत दाखिला हुआ जो पिछले साल बढ़कर 65.8 प्रतिशत हो गया. कोरोना के बाद इस साल यह आंकड़ा 70.3 प्रतिशत पर पहुंच गया. वर्ष 2006 से 2014 तक निजी स्कूलों में दाखिले की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी गई. रिपोर्ट के अनुसार, कुछ सालों तक 30 प्रतिशत पर टिके रहने के बाद, महामारी के सालों में इसमें उल्लेखनीय गिरावट देखी गई. कोविड के पहले भी सरकारी स्कूलों में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा थी. इसे भी पढें-राहुल गांधी ने पीएम मोदी का उपाहस करते हुए कहा- मित्रों के लिए जनता के लिए बनाएं सही नीति…
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